पार्टनर के साथ करीबी के दौरान पुरुषों के प्राइवेट पार्ट में उत्तेजना न आने या उत्तेजना को बनाए न रख पाने की समस्या को इरेक्टाइल डिसफंक्शन यानी नपुंसकता कहते हैं. कई मामलों में यह समस्या धीरे-धीरे हीन भावना का रूप भी ले लेती है. नपुंसकता के कई कारण हो सकते हैं जैसे- दवाइयों का सेवन, शराब या धूम्रपान, शारीरिक कमजोरी, मधुमेह आदि. पुरुषों (Men) में होने वाला यह एक आम विकार है. हालांकि, सामाजिक कारणों से इस बारे में चर्चा हमेशा दबी जुबान से ही की जाती है.
एंडोक्राइन से सम्बंधित बीमारी: शरीर का एंडोक्राइन सिस्टम यानी कि अंतःस्रावी तंत्र हार्मोन का उत्पादन करता है जो मेटाबॉलिज्म, यौन क्रिया, प्रजनन, मूड और बहुत कुछ को नियंत्रित करता है.डायबिटीज एक एंडोक्राइन रोग है. इसमें इस्तेमाल किए जाने वाले हार्मोन इंसुलिन की वजह से शरीर में नपुंसकता हो सकती है. इससे नर्व डैमेज की समस्या हो सकती है जिस कारण प्राइवेट पार्ट में सेंशेशन महसूस होना बंद हो जाता है.
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– टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन को बढ़ाने में मदद करता है.
– यह सेक्स के दौरान होने वाली थकान को कम करता है और एनर्जी देता है.
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न्यूरोलॉजिकल संबंधी और नर्व संबंधी विकार: कई न्यूरोलॉजिकल स्थितियां नपुंसकता के रिस्क को बढ़ा देती हैं. नर्व सिस्टम दिमाग की रिप्रोडक्शन सिस्टम के साथ तालमेल की क्षमता को बुरी तरह प्रभावित करता है. इस वजह से इरेक्शन में दिक्कत आती है.
दवाओं से भी पड़ता है प्रभाव:कुछ दवाएं लेने से ब्लड फ्लो पर प्रभाव पड़ता है. इससे इरेक्टाइल डिसफंक्शन यानी कि लिंग के टेढ़ेपन की समस्या हो सकती है.
नपुंसकता पैदा करने वाली कुछ दवाएं इस तरह हैं: -तमसुलोसिन (फ्लोमैक्स) के साथ अल्फा-एड्रीनर्जिक ब्लॉकर्स -बीटा-ब्लॉकर्स, जैसे कार्वेडिलोल (कोरग) और मेटोपोलोल (लोप्रेसर) -कैंसर कीमोथेरेपी दवाएं, जैसे कि सिमेटिडाइन (टैगामेट) -सेंट्रल नर्वस सिस्टम (सीएनएस) अवसाद की दवाई, जैसे अल्प्राजोलम (ज़ानाक्स), डायजेपाम (वैलियम), और कोडीन -सीएनएस उत्तेजक, जैसे कोकीन और एम्फ़ैटेमिन.
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हृदय संबंधी विकार: हार्ट और ब्लड पंप करने की क्षमता को प्रभावित करने वाली स्थितियां नपुंसकता का कारण बन सकती हैं. अगर पुरुष के प्राइवेट पार्ट पर पर्याप्त ब्लड नहीं पहुंच पाता है तो इससे इरेक्शन नहीं हो सकता है. एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis), एक ऐसी स्थिति जिसके कारण खून की नालियां (नसें) बंद हो जाती हैं और यह नपुंसकता का कारण बन सकती हैं.हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लडप्रेशर भी नपुंसकता का रिस्क पैदा करते हैं.
लाइफस्टाइल फैक्टर और भावनात्मक परेशानी: इरेक्शन के लिए, उत्तेजना बेहद जरूरी है. कई बार ये इमोशनल भी हो सकती है. अगर आप किसी इमोशनल समस्या से गुजर रहे हैं तो ये संभव है कि आपकी यौन उत्तेजना भी प्रभावित होगी. डिप्रेशन, किसी तरह की चिंता या परफॉर्मेंस प्रेशर भी कई बार इस समस्या की वजह बन सकता है. ये भी संभव है कि आप कभी अतीत में इरेक्शन हासिल नहीं कर पाए हैं, तो आपके मन में इस बात का डर बैठा हो कि आप भविष्य में इरेक्शन हासिल नहीं कर पाएंगे. कोकीन और एम्फ़ैटेमिन जैसी दवाओं के दुरुपयोग से भी नपुंसकता हो सकती है.शराब, शराब के अधिक इस्तेमाल से भी आपके साथ ये समस्या हो सकती है.
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