कामसूत्र के नियम पुरुषों को संतुष्ट करने के लिए महिलाएं अपनाएं ये उपाय

लिंग किस प्रकार चूसे और आदमी को संतुष्ट करें ?
लिंग चूसने के लिए उससे प्यार होना ज़रूरी है। अगर लिंग को प्यार से देखोगे और उसे प्यार से सहलाओगे तो तुम्हें लिंग अच्छा लगने लगेगा। जो चीज़ अच्छी लगती है उसे आसानी से चूमा जा सकता है। चूसने की शुरुआत करने के लिए अपनी पसंद का आसन ग्रहण करके अपने को आरामदेह अवस्था में कर लो।
लिंग को हाथ में लेकर उसको सहलाने के बाद उसे अपने मुँह के पास ले आओ और उसको नजदीक से देखो तथा उसकी गंध को महसूस करो। तुम्हें यह अच्छा लगेगा। अब उसको अपने होठों से चूमना शुरू करो। लिंग की छड़ से शुरू करना ठीक रहेगा और पहले नीचे की तरफ अंडकोष तक छोटी छोटी पुच्चियाँ लेने के बाद ऊपर की तरफ सुपाडे तक पुच्चियाँ करो। यह शुरू की पुच्चियाँ सूखी हो सकती हैं। पुच्चियों से पूरा लिंग ढकने के बाद जीभ से लिंग की छड़ को चाटना शुरू करो। ऐसा करते वक़्त जीभ गीली होनी चाहिए जिससे लिंग गीलापन महसूस करे। लिंग के छड़ का निचला हिस्सा काफी मार्मिक होता है और जीभ के स्पर्श से लड़के को बहुत उत्तेजना मिलेगी। लिंग की छड़ को सब तरफ से अच्छी तरह से चाट-चाट कर गीला कर लो। और फिर उसके सुपाडे को अपने होठों के बीच में लेकर उसकी चुम्मी ले लो। ज्यादातर लिंग ऐसा करने से अपनी शिथिल अवस्था त्याग कर बढ़ने लगेंगे।
अब लिंग को हल्के से होठों से पकड़ लो और जीभ को पैना करके से उसके शीर्ष पर छोटे-छोटे वार करो। चार-पांच बार वार करने के बाद जीभ को लिंग के चारों ओर घुमाओ। अगर लिंग अभी भी शिथिल अवस्था में है तो उसे एक हाथ से पकड़ कर रखो पर अगर वह कड़क हो गया है तो हाथों से पकड़ने की ज़रुरत नहीं है। जब लड़की लिंग को केवल मुँह से नियंत्रण में रखती है तो ज्यादा आनंद आता है।
मर्दाना ताकत औऱ पतले वीर्य को गाड़ा करने का आयुर्वेदिक Shaktimantra churna घर बैठे ऑर्डर करने के लिए click करें
लिंग के चारों तरफ तीन-चार बार जीभ घुमाने के बाद लिंग को मुँह में लेने का समय आ जाता है। अगर शिथिल है तो लिंग को मुँह में लेने में लड़की को आसानी भी होती है और मज़ा भी आता है। मज़ा इसलिए ज्यादा आता है क्योंकि पूरा लिंग अन्दर ले पाती हैऔर फिर जब लिंग जोश में आता है तो मुँह के अन्दर ही उसकी वृद्धि होती है जो कि लड़की महसूस कर सकती है। लंड की अवस्था के अनुसार उसे जितना मुँह में ले सको ले लो और फिर अपना सिर हिला कर लिंग को मुँह से अन्दर-बाहर करो। इससे लड़के को चुदाई सा मज़ा आएगा।
जब लिंग मुँह में जाने लगे तो जीभ से सुपाडे के छेद को छूने से लड़का मतवाला हो जायेगा। बाहर निकालते वक़्त जब सिर्फ सुपाडा मुँह में रह जाए तो मुँह को बंद करके उसको जकड़ लो जिससे बाहर न आ सके। इस तरह मुँह से चोदने में लड़के को बहुत मज़ा आएगा और आपको भी अच्छा लगेगा। अगर मुँह थक जाये तो लंड को मुँह से बाहर निकाल कर उसकी छड़ को होठों और जीभ से प्यार कर सकती हो और चाट सकती हो।
ज्यादातर लड़कों को चुसवाने के समय सूखापन अच्छा नहीं लगता इसलिए लंड को अपने मुँह से गीला रखना चाहिए।
चूसने में विविधता :-
लिंग को लॉलीपॉप की तरह भी चूस सकते हैं। इसमें विविधता लाने के लिए और चूसने में और मज़ा लाने के लिए कई तरह के फेर-बदल कर सकते हैं। लिंग के सुपाडे पर शहद, जैम, आइस क्रीम, या कोई भी ऐसी चीज़ जिसका स्वाद तुम्हें पसंद हो, लगा सकते हैं और फिर उसको चूस सकते हैं। इस से लड़के और लड़की दोनों को मज़ा आ सकता है। लंड चुसवाने में लड़कों का आत्म-नियंत्रण सामान्य सम्भोग के मुकाबले जल्दी ख़त्म हो जाता है क्योंकि इसमें उन्हें ज़्यादा सुख का अनुभव होता है। अतः वे जल्दी ही वीर्य-पात कर देते हैं।
मर्दाना ताकत औऱ पतले वीर्य को गाड़ा करने का आयुर्वेदिक Shaktimantra churna घर बैठे ऑर्डर करने के लिए click करें https://cutt.ly/PRn7a7D
वीर्य का क्या करें ?
बहुत सी लड़कियों को यह समझ नहीं आता कि वीर्य का क्या किया जाये। जहाँ तक लड़कों का सवाल है वे तो यही चाहते हैं कि जब वे चरमोत्कर्ष पर पहुंचें और अपना लावा लड़की के मुँह में उगलें तो लड़की उस लावे को मुँह में न केवल ग्रहण करे बल्कि ख़ुशी-ख़ुशी उसे पी भी जाये। इस अकेले कार्य से लड़कों को सेक्स की सभी क्रियाओं के मुकाबले में से सबसे ज्यादा ख़ुशी मिलती है। एक तो ख़ुशी इस बात की कि उनका वीर्य लड़की ग्रहण कर रही है और दूसरी बात यह कि वीर्य स्खलन के वक़्त लिंग मुँह से निकालने की ज़रुरत नहीं होने से चरमोत्कर्ष के आनंद में कोई बाधा या रुकावट नहीं होती। वे अपना आनंद बिना रोक-टोक के उठा पाते हैं। अगर लड़की वीर्य-पान नहीं करती तो सबसे आनंदमयी मौके पर लड़के को लिंग बाहर निकालना पड़ता है और इससे उसके सुख में विराम लग जाता है।
मेरी राय में तो लड़कियों को वीर्य-पान कर लेना चाहिए। एक तो ऐसा करने से वे अपने प्रेमी के ऊपर बहुत बड़ा उपकार कर देंगी जिसका बदला वे किसी और रूप में निकाल सकती हैं। दूसरे, वीर्य को पीने से इधर-उधर इसका छिड़काव नहीं होगा जिसको बाद में साफ़ नहीं करना पड़ेगा।
मर्दाना ताकत औऱ पतले वीर्य को गाड़ा करने का आयुर्वेदिक Shaktimantra churna घर बैठे ऑर्डर करने के लिए click करें https://cutt.ly/PRn7a7D
वीर्य को पीने से कोई हानि नहीं है; बल्कि देखा जाये तो इसमें तरह तरह के पौष्टिक पदार्थ प्रोटीन होते हैं। हाँ, इसको पीने के लिए इसके स्वाद को पसंद करने की ज़रुरत होगी जो कि आसानी से विकसित की जा सकती है।
कहते हैं, हमें खाने में वे ही चीज़ें पसंद आती हैं जो हम बार बार खाते हैं। इसीलिए जो खाना हमें पसंद आता है वह अंग्रेजों को पसंद नहीं आता क्योंकि उन्होंने यह खाना बार बार नहीं खाया होता। बार बार कोई चीज़ खाने से उसके लिए जीभ में स्वाद पैदा हो जाता है और वह हमें अच्छी लगने लगती है। यही बात हमारे संगीत के प्रति रूचि के लिए भी लागू होती है। जो गाने हम बार बार सुन लेते हैं वे अच्छे लगने लगते हैं।
तो वीर्य के स्वाद को पसंद करने के लिए ज़रूरी है कि इसे बार बार पिया जाये। इसका स्वाद ज्यादातर माँ के दूध की तरह नमकीन सा होता है और इसमें एक अनूठी गंध होती है जो कि कई लड़कियों को कामुक लगती है। हो सकता है पहली बार इसका स्वाद और गंध अच्छा ना लगे पर एक-दो बार के बाद ठीक लगने लगेगा और फिर बाद में तो स्वादिष्ट लगने लगेगा।
सेक्स के प्रति विमुख होने वाले लोगों के लिए
बहुत पॉवर बढ़ाने वाला Roko-G ayurvedic capsule
शक्तिवर्धक कैप्सूल है।
नई उम्र के नवयुवकों की समस्याओं जैसे-
★ शीघ्रपतन , ★ स्वप्नदोष ,
★ पेशाब के साथ वीर्य का निकल जाना , ★ठंडापन , ★ इन्द्रियों में ढ़ीलापन ,
★ तन-मन की थकावट ,
★ कामेच्छा में कमी ,
★ अतृप्ति , ★ अशान्ति आदि यौन संबंधी विकारों को दूर करता है।
घर बैठे ऑर्डर करने के लिए click करें
तो लड़कियों को चाहिए कि वीर्य-पान की आदत डालें जिससे उन्हें भी अच्छा लगे और उनके प्रेमी को भी वश में कर सकें। बस एक-दो बार इसका पान करने से झिझक निकल जायेगी और फिर कोई दिक्कत नहीं आएगी। मुझे तो वीर्य-पान में कोई भी नुक़सान नज़र नहीं आता।
पूरे लिंग को निगलना :-
(लिंग का गले के अन्दर तक पहुँचाना)
मर्दाना ताकत औऱ पतले वीर्य को गाड़ा करने का आयुर्वेदिक Shaktimantra churna घर बैठे ऑर्डर करने के लिए click करें https://cutt.ly/PRn7a7D
जब लिंग चूसने में थोड़ी महारत हासिल हो जाए तो अगली क्रिया है पूरे लिंग को निगलना। इसके लिए जो पहले अभ्यास बताये गए हैं वे करने बहुत ज़रूरी हैं क्योंकि इसमें सफलता हासिल करने के लिए मुँह में लिंग के समावेश की क्षमता बढ़ानी होगी। अगर औसत मुँह और औसत लिंग के माप देखे जाएँ तो ज्यादातर लड़कियां लिंग निगलने में कामयाब हो जाएँगी। ज़रुरत है तो बस दृढ़ निश्चय और आत्मविश्वास की। इसमें लड़कों के सहयोग की बहुत ज़रुरत होगी क्योंकि उन्हें धीरज से काम लेना होगा और अपने ऊपर नियंत्रण रखना होगा। अगर वे जल्दबाजी करेंगे तो लड़की का गला घुट सकता है। इस क्रिया को लड़की की मर्ज़ी के मुताबिक ही करना चाहिए।
विधि :-
लड़की को अपना मुँह पूरा खोलना चाहिए और अपनी जीभ चपटी करके जितना बाहर निकाल सकती है, निकाल कर लिंग को मुँह में लेना चाहिए। अब धीरे धीरे लिंग को जितना ज़्यादा अन्दर ले सकती है लेने की कोशिश करनी चाहिए। लड़का इसमें उसकी मदद कर सकता है। उसे चाहिए कि बिना जोर-जबरदस्ती किये लंड को अन्दर डालने में सहयोग करे। शुरू में लड़की को ऐसा लग सकता है कि उसके लिए पूरा लिंग निगलना मुमकिन नहीं है। पर कोशिश करने से सफलता मिल जायेगी यदि लिंग बहुत ज़्यादा बड़ा ना हो।
मर्दाना ताकत औऱ पतले वीर्य को गाड़ा करने का आयुर्वेदिक Shaktimantra churna घर बैठे ऑर्डर करने के लिए click करें https://cutt.ly/PRn7a7D
लिंग जितना अन्दर हो सकता है, उतना लेने के बाद उसे बाहर निकाल लो। फिर पिछली बार के मुकाबले थोड़ा और ज़्यादा अन्दर लेने कि कोशिश करो और फिर बाहर निकाल लो। इसी तरह धीरे-धीरे प्रगति करते हुए लिंग को पूरा निगल सकते हैं। ध्यान रहे कि सिर्फ मुँह के अन्दर केवल छोटा या शिथिल लिंग ही आ सकता है। औसत आकार का उत्तेजित लंड सिर्फ मुँह में नहीं समां सकता। उसे पूरा अन्दर करने के लिए उसे गले में उतारना होगा। शुरू में यह ना-मुमकिन लगता है पर इतना कठिन नहीं है। लेकिन अगर लिंग का माप अत्यधिक बड़ा है या फिर लड़की छोटी है तो ज़बरन यह क्रिया नहीं करनी चाहिए। लिंग को किस हद तक अन्दर ले सकते हैं, इसका निर्णय लड़की पर छोड़ देना चाहिए। अगर वह सुखद महसूस नहीं कर रही तो रोक देना चाहिए।

फ्री आयुर्वेदिक हेल्थ टिप्स Telegram ग्रुप जॉइन करने के लिए click करें

https://t.me/joinchat/VirKND8_mGUb8i5N

 

उन्नत तकनीक :-
जब इस तरह लिंग चूसने में दक्षता हासिल हो जाए और जब इसमें भी कोई तक़लीफ़ ना हो तो अगले चरण की तरफ बढ़ सकते हैं। इसमें लड़का लड़की के मुँह की चुदाई करता है। लड़का सबसे ज्यादा गहरा प्रवेश पा सकता है और अपने वारों पर नियंत्रण कर सकता है। इस क्रिया में लड़की का कोई नियंत्रण नहीं होता और उसकी भूमिका एक शांत प्राप्तकर्ता की होती है। उसे अपने आदमी की ख़ुशी के लिए उसके वारों को ख़ुशी से झेलना चाहिए। अगर आदमी के वार सहन ना हो सकें तो उसे बता देना चाहिए ताकि वह नियंत्रित हो जाये। लड़कों को चाहिए कि अपनी ख़ुशी के नशे में वे अपने साथी की भावनाओं और ख़ुशी का ध्यान रखे और उसे तकलीफ ना पहुंचाए। उसे यह नहीं भूलना चाहिए की वह लड़की के मुँह को चोद रहा है, उसकी चूत को नहीं।
निष्कर्ष
मुझे आशा है इस विधि को इस्तेमाल करके लड़के-लड़कियां एक बहुत ही मज़ेदार और सुखदायक क्रिया का आनंद उठा पाएंगे। लड़कियों को चाहिए की वे लिंग से प्यार करना सीख लें और लड़कों को चाहिए कि अपने लिंग को साफ़ रखें और लड़की की इच्छाओं का सम्मान करें।
(1) शीघ्रपतन
(2) लिंग से चिपचिपा पानी निकलना
(3) सही से तनाव ना बन पाना
(4) लिंग में छोटा पन
(5) लिंग में पतलापन
(6) लिंग में टेढ़ापन
मर्दाना ताकत औऱ पतले वीर्य को गाड़ा करने का आयुर्वेदिक Dr. Nuskhe Kaunch Pak चूर्ण घर बैठे ऑर्डर करने के लिए click करें
(7) शुक्राणु की कमी
(8) गर्भ ना रुकना
(9) संभोग की रूचि ना बनाना
(10) बॉडी में वीकनेस हो जाना
(11) संभोग के दौरान काफी कमजोरी महसूस होना
(12) वीर्य में पतलापन
(13) कम मात्रा में वीर्य निकलना
(14) संतान ना होना
(15) वाइफ को संतुष्ट ना कर पाना
(16) नपुंसकता
(17) सेक्स पॉवर मैं कमी होना
(18) बॉडी में संभोग के प्रति इच्छाशक्ति का ना बन पाना
(19) बचपन की गलतियां हस्त मैथुन से छुटकारा
(20) सेक्स के प्रति शर्मिंदगी महसूस होना
 इन सब समस्याओं का जड़ से इलाज आयुर्वेदिक दवाओं से किया जाता है घर बैठे Dr. Nuskhe Kaunch Pak चूर्ण घर बैठे ऑर्डर करने के लिए click करें
डॉ नुस्खे कोंच पाक चूर्ण के सेवन से वीर्य विकार दूर होते हैं। यह पुष्टिकारक है। वीर्य सभी धातुओं का सार है। अच्छी संतान के लिए वीर्य का शुद्ध होना अति अनिवार्य है। शुद्ध वीर्य चिकना, गाढा, मलाई जैसा, लिबलिबा, मीठा, जलन रहित, और गंध रहित होता है। दूषित वीर्य झागदार, सूखा, रंग में खराब, बहुत गाढ़ा और गंध के साथ होता है। इसके निकलने पर जलन भी होती है।
वीर्य दोष होने पर, स्खलन के बाद कम वीर्य निकलता है, इसमें स्पर्म की संख्या कम होती है या स्पर्म अस्वस्थ्य, असामान्य, विकृत होता हैं। शुद्ध वीर्य में उत्तम शुक्र कीट या शुक्राणु पाए जाते हैं। यही गर्भस्थापित करते हैं।
घर बैठे Dr. Nuskhe Kaunch Pak चूर्ण घर बैठे ऑर्डर करने के लिए click करें

वीर्य के जल्दी निकल जाने को शीघ्रपतन कहा जाता है। इसमें पुरुष अपने साथी के सम्भोग सुख प्राप्त करने से पहले ही वीर्यस्खलन कर देता है, जो संभवतः 1 मिनट से भी कम समय में हो सकता है। आमतौर पर, स्खलन का सामान्य समय 5 से 6 मिनट के बीच होता है।

शीघ्रपतन आमतौर पर तनाव, अवसाद, शारीरिक कमजोरी, स्तंभन दोष आदि के कारण होता है, शारीरिक कारण जैसे रक्तचाप में वृद्धि, मधुमेह, थायराइड की समस्या या प्रोस्टेट रोग भी इसका कारण हो सकता है। यह एक प्रकार का रोग है जो मनुष्य के शुक्राणुओं की गुणवत्ता को प्रभावित करता है।

शीघ्रपतन के कुछ लक्षण हैं :-

  • यह सेक्स करने के लिए एक मजबूत उत्तेजना पैदा करता है।
  • उद्दीपन की प्रक्रिया उत्तेजना के कुछ सेकंड के भीतर शुरू होती है
  • शीघ्रपतन सेकंड या मिनट के भीतर होता है।
  • सभी परिस्थितियों में शीघ्रपतन हो सकता है।
  • हस्तमैथुन के दौरान शीघ्रपतन भी हो सकता है

Dr Nuskhe Horse Power Kit से  एक महीने तक दूध के साथ सेवन करने से लिंग पत्थर की तरह मजबूत बनाता हे

घर बैठे ऑर्डर करने के लिए link क्लिक करे

https://cutt.ly/MAKYr3x

हर भारतीय ग्रुप में शेयर करें👉
फ्री आयुर्वेदिक हेल्थ टिप्स ग्रुप जॉइन करने के लिए click करें

ankit1985

Loading...

Next Post

सेक्स करने से पहले याद रखीं ये बातें तो आप पाएंगे 100% 'चरम सुख'

Sat Mar 12 , 2022
आप हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि आपकी पार्टनर का भग शिश्न (क्लिटरिस) कहां है? यह बिलकुल आपके सामने होता है। यदि सेक्स के आनंद को बढ़ाना चाहते हैं तो आप इसे ना पहचानने का जोखिम बिलकुल न लें। हमेशा ध्यान रखें कि यह ठीक कहां है, न इसके […]
Loading...

Breaking News

Loading...