भारतीय घरों की रसोई में मौजूद मसालों और जड़ी-बूटियों के औषधीय गुणों के बारे में पूरी दुनिया जानती है. मेथी, जीरा, दालचीनी, तेज पत्ता आदि सालों से पारंपरिक उपचार का हिस्सा रहे हैं. ये पोषक तत्वों का खजाना हैं जो चमत्कार है. और आज हम ऐसे ही एक और स्वस्थ मसाले के बारे में बात कर रहे हैं जिसे कलौंजी, निगेला सीड्स, ब्लैक सीड्स अनियन सीड्स के नास से भी जाना जाता है. इस छोटे-छोटे आकार के दाने वाले मसाले को आमतौर पर अचार, नान और पराठा में इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा इसको दाल में तड़के के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. इसको असल में स्वाद के लिए हम में से ज्यादातर लोग इस्तेमाल करते हैं लेकिन आपको बता दें कि ये सिर्फ स्वाद के लिए ही नहीं बल्कि सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है. कलौंजी के सेवन से डायबिटीज की समस्या को कम किया जा सकता है. कलौंजी में विटामिन, मिनरल, प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो ब्लड प्रेशर को कम करने से लेकर वजन कम घटाने और त्वचा को हेल्दी रखने तक में मददगार हैं. कलौंजी एंटीऑक्सिडेंट से भरे होते हैं जो डायबिटीज रोगियों के लिए अच्छे माने जाते हैं. कलौंजी की चाय का सेवन करने से डायबिटीज की समस्या को कम किया जा सकता है. डायबिटीज रोगी इसे कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं.
डायबिटीज में फायदेमंद है कलौंजीः
1. सूजन कम करने में सहायकः
टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ितों के शरीर में सूजन की समस्या अधिक देखने को मिलती है. सूजन की समस्या ब्लड शुगर बढ़ने से होती है. सूजन को कम करने के लिए कलौंजी या कलौंजी तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं.
2. कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करनेः
डायबिटीज के मरीजों को दिल की बीमारियों का खतरा सबसे अधिक रहता है. इसका कारण है कि हाई डेंसिटी लाइपोप्रोटीन गुड कोलेस्ट्रॉल कम होने लगता है और बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है, कई विशेषज्ञों का मानना है कि कलौंजी में कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है, इसलिए कलौजी को खाने में शामिल कर कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है.
3. डायबिटीज रोगियों के लिएः
कलौंजी एंटी-ऑक्सिडेंट से भरे होते हैं जो टाइप 2 डायबिटीज में फायदेमंद होते हैं. कई शोध के मुताबिक डायबिटीज के रोगी खाने में कलौंजी का इस्तेमाल करें तो ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रह सकता है.
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कलौंजी को आप चाय के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैंः
कलौंजी की चाय को बनाने के लिए सबसे पहले आपको आधा चम्मच कलौंजी का तेल लेना है. इसे काली चाय में मिलाएं और एक उबाल लगाएं, इसके बाद इसका सेवन करें, कलौंजी की चाय का सेवन करने से डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है.
इम्यूनिटी बढ़ाए
शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाकर रोगों से बचाव करता है। अगर शरीर अंदर से मजबूत होता है और उसकी प्रकृति द्वारा दी गई रोगप्रतिरोधक क्षमता सही से काम करती है तो कई तरह के छोटे-बड़े रोग, बदलते मौसम के असर से होने वाली बीमारियाँ, इन्फेक्शन (संक्रमण) से होने वाले रोग आदि होने की संभावनायें काफी हद तक कम हो जाती हैं।
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