हर भारतीय किचन में तेज पत्ता अक्सर मिल जाता है। यह एक ऐसा मसाला है जो भारतीय व्यंजनों में ज़ायका व खुशबू बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसलिए यह दाल, सब्ज़ी, पुलाव, अचार जैसे कई व्यंजनों में इस्तेमाल होता है। इसे तमालपत्र, तेजपात, बे-लीफ आदि के नाम से भी जाना जाता है। तेजपत्ता प्राचीन काल से ही बीमारियों को ठीक करने के लिए जाना जाता है। आयुर्वेद में भी इस औषधीय पत्ते के प्रयोग के कई लाभ बताए गए हैं। तेज पत्ते पोटेशियम, कैल्शियम, तांबा, मैग्नीशियम, सेलेनियम और आयरन में प्रचुर होते हैं। तेजपत्ते के अर्क के नियमित इस्तेमाल से कई शारीरिक बीमारियों से बचा जा सकता है जैसे कि हृदय रोग, कैंसर और एनीमिया।
क्या हैं इसके फायदे?
1. डायबिटीज़ में लाभकारी- तेजपत्ता शुगर वाले मरीज़ों के लिए काफी फायदेमंद है। इससे ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार तेजपत्ते में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो शुगर कंट्रोल और कम करने में सहायक होते हैं।
शुगर, मधुमेह की समस्या की आयुर्वेदिक उपचार Dr. Nuskhe Sugar Control Kit ऑर्डर करने के लिए क्लिक करें
https://chatwith.io/s/5ff865a7a8ccd
2. अनिद्रा की समस्या- जो लोग अनिद्रा से परेशान हैं या उन्हें रात को अच्छी नींद नहीं आती है, उनके लिए तेज पत्ते का सेवन ज़रूरी है। इसके उपयोग से चैन की नींद आती है। तेज पत्ते के तेल की कुछ बूंदों को पानी में डालकर पीने से नींद से जुड़ी समस्याएं कम हो जाती हैं।
बॉडी मसाज से मिलेगी राहत – तनाव से राहत पाने के लिए आप बॉडी मसाज भी करवा सकते हैं. इसके लिए आप बादाम का तेल या जैतून का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं. आप चाहें तो इसमें कुछ बूंदे ख़ुशबूदार ऑयल की भी मिला सकते हैं. बॉडी मसाज से जहां मानसिक तनाव को दूर करने में मदद मिलेगी तो वहीं शरीर की थकान भी दूर होगी. साथ ही इससे आपका मिजाज़ भी ठीक रहेगा और नींद भी अच्छी आएगी.
Norogi Massage oil & नुस्खे केश आरोग्य हेयर ऑयल किट ऑर्डर करने के लिए लिंक पर क्लिक करें
3. पाचन शक्ति बढ़ाता है- तेजपत्ता पाचन शक्ति को बढ़ाने में काफी फायदेमंद है। इसे गर्म पानी के साथ चाय की तरह पीने से कब्ज, एसिड, पाचन, अनियमित मल त्याग आदि संबंधी समस्याओं को कम करने में सहायता मिलती है। इसे दिन में दो बार पीने से अपच व सूजन की समस्या में भी राहत मिलती है।
4. मौसम में होने वाली आम समस्याएं जैसे सर्दी-जुकाम, फ्लू और संक्रमण के लक्षणों से लड़ने में तेज पत्ता कारगर होता है। सांस की समस्या से आराम दिलाने में भी तेजपत्ता फायदेमंद होता है।
5. तेजपत्ते के तेल में तेल में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो छिलने, अकड़न, गठिया, दर्द और मोच में आराम दिलाता है।
कैसे करें सेंवन?
– आप तेज पत्तों को पानी में उबालकर, हर्बल चाय तैयार कर सकते हैं।
– इसके फल और पत्तों से निकला तेल दर्द, मोच, अकड़न, आदि से आराम दिलाती है।
– तेजपत्ते की पत्तियों से बना हुआ चूर्ण का इस्तेमाल शरीर में शुगर के स्तर को कम करने के लिए किया जा सकता है।
– रोज़ाना तेज पत्ते का काढ़ा पी सकते हैं, इससे अपच की समस्या में राहत मिलती है।
जोड़ों का दर्द, कमर दर्द, सायटिका का दर्द की आयुर्वेदिक उपचार किट Dr Nuskhe Vatari Power kit ऑर्डर करने के लिए क्लिक करें *
– इसके अलावा आप दाल व सब्ज़ी में भी तेज पत्ते का सेवन कर सकते हैं।
– एक-दो सूखे तेज पत्ते को कटोरे में रखकर जलाएं, इसकी महक पूरे घर में फैल जाएगी और आपको रिलेक्स और रिफ्रेशिंग फील कराएगी।
– हफ्ते में दो बार तेजपत्ते के पाउडर के इस्तेमाल से दांतों की चमक व सफेदी बढ़ती है।
किन बातों का ध्यान रखें?
– तेज पत्ते के अधिक इस्तेमाल से डायरिया या उल्टी की समस्या हो सकती है।
– गर्भवती महिलाएं या गैस्ट्रिक अल्सर के रोगी को इससे परहेज करना चाहिए। गर्म तासीर होने के कारण पित्त प्रकृति वाले कम मात्रा में और सावधानी से ही खाएं।
मासिक धर्म में फायदेमंद – मासिक धर्म के समय लड़कियों को पेट दर्द, ऐंठन आदि समस्याएं होती है। ऐसे में इससे राहत राने के लिए भांग के बीज या तेल का सेवन करना फायदेमंद रहेगा। मगर समस्या ज्यादा होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
भांग के बीज व तेल के नुकसान
. इससे एलर्जी होने का खतरा रहता है।
. गर्भवती द्वारा इसका सेवन करने से गर्भपात का खतरा हो सकता है।
. अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से मस्तिष्क संबंधी परेशानियां हो सकती है।
फ्री आयुर्वेदिक हेल्थ टिप्स ग्रुप जॉइन करने के लिए click करें