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Radish Benefits: कहते हैं कि हमें जब जिस चीज की जरूरत होती है प्रकृति तब हमें वही चीज देती है. हर मौसम के हिसाब से अलग-अलग सब्जियां मिलती हैं. खासकर सर्दियों के दिनों में बहुत सी ऐसी सब्जियां मिलती हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं. सर्दियों में लोग मूली (Radish) बड़े चाव के साथ खाते हैं. मूली सबसे हेल्दी सब्जियों में से एक है. मूली में कई औषधीय गुण छिपे हुए हैं. ये बीपी, शुगर और कैंसर जैसी कई बीमारियों से बचने में काम आती है. आइए जानते हैं कि मूली खाने से क्या फायदे होते हैं.
कैंसर का खतरा कम करे – मूली में एंटी कैंसर गुण पाए जाते हैं. मूली जैसी सब्जियां खाने से कैंसर (Cancer) को रोकने में मदद मिल सकती है. मूली जैसी क्रूसिफेरस सब्जियों में ऐसे यौगिक पाए जाते हैं जो पानी के साथ मिलाने पर आइसोथियोसाइनेट्स में टूट जाते हैं. आइसोथियोसाइनेट्स कैंसर के ट्यूमर और उसके विकास को रोकने में मदद करते हैं.
डायबिटीज कंट्रोल करे – मूली में मौजूद गुण ब्लड शुगर को कंट्रोल करते हैं. मूली में बायोएक्टिव यौगिक पाए जाते हैं जो एडिपोनेक्टिन नामक हार्मोन को कंट्रोल करते हैं, ये हार्मोन शुगर के लेवल को अनियमित करने करने के लिए जिम्मेदार है. इस तरह से मूली में मौजूद पोषक तत्व डायबिटीज को कंट्रोल करने का काम करते हैं.
हार्ट और ब्लड प्रेशर में फायदेमंद – मूली पोटेशियम का एक अच्छा स्रोत है, ये ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) को कंट्रोल करने काम करता है. पोटेशियम हार्ट (Heart) को ठीक से काम करने में भी मदद करता है. मूली में एंथोसायनिन पाया जाता है जो ब्लड सर्कुलेशन और ब्लड प्रेशर को बेहतर बनाने का काम करता है.
पाचन बनाए बेहतर – मूली पाचन को बेहतर बनाता है. मूली में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर पाए जाते हैं, जो पाचन के लिए बहुत फायदेमंद हैं. फाइबर पाचन तंत्र को हेल्दी बनाए रखते हैं. मूली खाने से अपच और कब्ज की परेशानी नहीं होती है.
सूक्ष्म जीवों को खत्म करने और उन्हें बढ़ने से रोकने वाले तत्व।
वो औषधि जो पेट और आंत के काम को आसान कर पाचन तंत्र को बेहतर करती है।
वे औषधि जो प्रतिरक्षा प्रणाली पर काम कर इम्यून की प्रतिक्रिया में सुधार लाती हैं।
शरीर के अंगों को पोषण देने वाले एजेंटस।
- मात्रा: निर्धारित खुराक का उपयोग करें
- खाने के बाद या पहले: खाने के बाद
- अधिकतम मात्रा: 2 कैप्सूल
- लेने का तरीका: गुनगुना पानी
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औषधि का प्रकार: कैप्सूल
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औषधि लेने का माध्यम: मुँह
- आवृत्ति (औषधि कितनी बार लेनी है): दिन में 2 बार
अब कोई नहीं होगा समय से पहले गंजा बालों की समस्या भी होगी दूर
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