कब्ज एक ऐसी समस्या है जिससे ज्यादातर लोग परेशान रहते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, इस प्रकार की समस्या वात, पित्त और कफ के बिगड़ने से होती है। जब भी कब्ज की समस्या होती है तो इसका सीधा असर मल पर पड़ता है। कब्ज की वजह से सुबह-सुबह ठीक तरह से मल का निष्कासन नहीं हो पाता है। यह आमतौर पर खराब जीवनशैली की वजह से होता है। खानपान में फाइबर की कमी और कम पानी पीने की वजह और एक्सरसाइज न करने और ज्यादा मीट का सेवन करने से ये समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। कब्ज के कारण तमाम तरह की बीमारियां पैदा होती है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से 5 ऐसे आयुर्वेदिक उपचार के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके माध्यम से आप कब्ज को दूर कर सकेंगे, साथ ही इससे आपको सुबह-सुबह पेट साफ होने में किसी प्रकार की परेशानी भी नहीं होगी।
पेट की बीमारी कई लोगों को परेशान करती है. ऐसे में कब्ज़ की समस्या अधिकतर लोगों को होती है जिससे उनका पूरा पूरा दिन चला जाता है. ऐसे ही कब्ज़ की परेशानी होने पर आपको बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कब्ज़ की समस्या शरीर में पानी की कमी, खाने में सही डाइट ना लेना, व्यायाम ना करना और काम के बोझ के कारण हो सकती है. इस बात कर ध्यान रखें कि आपको कब्ज़ से बचने के लिए क्या करना चाहिए. आज हम इसी के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप को राहत मिल सकती है. कुछ घरेलु नुस्खे आपकी इस कब्ज़ को ठीक कर सकते हैं.
* कब्ज़ की समस्या से राहत पाने के लिए तिल के बीज का सेवन बहुत फायदेमंद होता है. तिल के बीजों को सलाद या अनाज में मिक्स कर के खाया जा सकता है.
* पुदीना और अदरक की चाय का इस्तेमाल कर सकते है. इसके अलावा अदरक की चाय भी कब्ज से छूटकारा पाने में मदद करती है. अदरक काफी गर्म होता हैं, जिससे हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती हैं.
* ऑलिव ऑयल और मेवे दोनों ही हमारे पेट के लिए बहुत फायदेमंद होते है. इनका सेवन करने से कब्ज की समस्या से आराम मिलता है.
* आलू बुखारे में फाइबर की भरपूर मात्रा मौजूद होती है, इसका सेवन करने से पेट से जुड़ी सभी बीमारियां दूर हो जाती हैं.
वात दोष को शांत करने की डाइट – कब्ज का मुख्य कारण वात दोष होने के कारण इसे शांत करना बहुत जरूरी होता है। इसके लिए जरूरी है कि आप ठंडे आहार और पानी ये दूर रहें। इसके आलावा कुछ ड्राई फ्रूट, सलाद और बीन्स का भी सेवन नहीं करना चाहिए। हमेशा गर्म प्रकृति के आहार और हल्का गर्म पानी का सेवन करें और सब्जियों को अच्छी तरह से पकाकर खाएं।
त्रिफला है बेहतरीन उपचार – वात दोष में त्रिफला को सबसे विश्वसनीय और प्रभावी उपचार माना जाता है। ये फल कब्ज में बहुत लाभकारी होते हैं। आप त्रिफला चाय या फिर आप त्रिफला को एक चौथाई चम्मच, आधा चम्मच धनिया के बीच, एक चौथाई चम्मच इलायची के दाने को पीस लें और इसे दिन में दो बार लें। त्रिफला में ग्लाइकोसाइड होता है जिसमें रेचक गुण होते हैं। इलायची और धनिया के बीज पेट फूलना और अपमान से छुटकारा पाने में मदद करते हैं।
दूध और घी – आयुर्वेद के अनुसार, एक से दो चम्मच देसी घी को एक ग्लास गर्म दूध में मिलाकर सोने से पहले पीएं, यह कब्ज के लिए बहुत ही प्रभावी और बेहतरीन उपाय साबित हो सकता है। यह विशेषकर वात और पित्त दोष के लिए लाभकारी होता है।
बेल का गुदा – खासकर गर्मी के मौसम में पैदा होने वाला बेल सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसे कब्ज के लिए रामबाण इलाज माना जाता है। वात दोष को शांत करने और कब्ज से छुटकारा पाने के लिए आप रोजाना आधा कप बेल का गुदा और एक चम्मच गुड़ का सेवन रात को खाने से पहले शाम को ले सकते हैं। यह आपको कब्ज की समस्या से निजात दिलाएगा। इसके अलावा आप बेल के शरबत का भी सेवन कर सकते हैं। यह भी उतना ही फायदेमंद होता है।
कब्ज के कारण तमाम तरह की बीमारियां पैदा होती है।