कई महिलाऐं अपने लूज़ ब्रेस्ट के कारण परेशान रहती हैं। जिससे उनका शरीर अपना पहले वाला आकर्षण खोने लगता है। बढ़ती उम्र, ब्रेस्ट फीडिंग, गलत साइज की ब्रा पहनना आदि इस समस्या के कारण हो सकते हैं। दरअसल ब्रेस्ट फैटी टिशू से बने होते हैं। ब्रेस्ट टिश्यूज़ के शिथिल होने से यह समस्या होती है। लेकिन अगर आप सही से अपने ब्रेस्ट की केयर करेंगी तो ब्रेस्ट लूज़ की नौबत कभी नहीं आएगी।
बढ़ती उम्र- आम तौर पर ब्रेस्ट लूज़ की समस्या महिलाओं में 40 की उम्र के बाद होती है।
ब्रेस्ट फीडिंग – ज्यादा समय तक बच्चे को स्तनपान कराने से भी ब्रेस्ट लूज़ होते हैं। इस दौरान जब बच्चा मां का दूध पीता है तो स्तन झुक जाते हैं और ढ़ीले पड़ जाते हैं। स्तनपान के कारण महिलाओं के सीने के तंतु ढ़ीले पड़ जाते हैं।
गर्भावस्था- गर्भावस्था के दौरान शरीर में तेजी से परिवर्तन होते हैं जिससे स्तनों में ढ़ीलापन होने लगता है।
रजोनिवृत्ति- रजोनिवृत्ति औरत के जीवन का वह समय होता है जब अण्डकोश की गतिविधियां समाप्त होने लगती हैं। यह चक्र 45-50 वर्ष की आयु से चालू होता है। इसमें महिलाओं को मासिक धर्म होना बंद हो जाता है। जिससे महिलाओं में कई शारीरिक परिवर्तन होने लगते हैं और स्तनों में शीथिलता आने लगती है।
पोषक तत्वों की कमी- संतुलित आहार हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी को दूर करते हैं और शरीर को मजबूती प्रदान करते हैं। ऐसा संतुलित भोजन करें जिसमें विटामिन K और आयरन की अधिक मात्रा हो, जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, फलियां और मांसाहारी भोजन। शरीर में पोषक तत्वों की कमी से हमारा स्वास्थ्य खराब रहता है।
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मिसफिट ब्रा- महिलायें अपनी ब्रा को लेकर काफी नासमझी कर जाती हैं। मिसफिट ब्रा पहनना उनके लिये काफी नुकसान देह साबित हो सकता है। इससे ब्रेस्ट लूज़ हो जाते हैं और आपका फिगर भी ख़राब लगने लगता है।
धूम्रपान- धूम्रपान करने से महिलाओं में कई खतरनाक बीमारियां तो होती ही हैं इसके अलावा महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर, असमय पीरियड्स, अनिंद्रा और त्वचा खराब होने जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं।
शिथिल स्तनों में कैसे कसाव लायें?
भुजा चक्कर – व्यायाम के द्वारा स्तनों को सही आकार एंव कसाव देने के लिए और स्तनों की अंतर्निहित मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए अपने दोनों हाथों को आगे और पीछे की तरफ गोल गोल घुमाए। इस व्यायाम को नियमित रूप से करते रहें। इस अभ्यास के दौरान आप अपने दोनों हाथों में हल्के वजन का उपयोग भी कर सकते है।
सरल व्यायाम – स्तनों में कसाव लाना है तो इस व्यायाम में हल्के वजन का उपयोग करें। बेंच पर लेट कर अपनी पीठ के भार से कंधों को ऊपर उठाने वाले वजन का प्रयोग करें। कम से कम 10 बार ऐसा करें और इसे तीन बार दोहराएं। सही तरह से व्यायाम करने के लिए नॉटिलस उपकरणों पर इस व्यायाम को करें। इसमें छाती और ऊपरी बांह क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित रखना होता है।
योगा – चेहरे की सुंदरता के अलावा स्तनों की सुंदरता बढ़ाने के लिये नियमित रूप से योगा करते रहें। स्तनों की सुंदरता को बढ़ाने के लिए योगा करते समय स्तनों और ऊपरी बाहों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। योगा न केवल स्तन सौंदर्य के लिए बल्कि पूरे शरीर को मजबूत बनाए रखने के लिए भी किया जा सकता है। बेहतर परिणाम के लिए आपको ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।
पुश अप – पुश अप दो प्रकार से आप कर सकते हैं मानक पुश अप या संशोधित पुश अप। सप्ताह में कम से कम इसे तीन बार करें। मानक पुश अप मे शरीर हवा में उठाया जाता है और संशोधित पुश अप में घुटने मोड़ दिए जाते है। इसमें शरीर का सिर्फ़ ऊपरी हिस्सा ज़मीन से ऊपर आता है। ऐसा करने से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। शुरू में आप आराम से पुश अप करें और फिर आप धीरे-धीरे इसकी संख्या बढ़ा सकते हैं।
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दृढ़ स्तनों के लिए डंब बेल – अपने शिथिल स्तनों के आकार में कसाव लाने के लिए यह एक अच्छा व्यायाम है। इसे करने के लिये पहले आप चटाई पर लेट जाएं और दोनो हाथों में एक-एक डंब बेल लें लें। हाथो को सीधा करें। डंब बेल्स आपकी मांसपेशियों को वजन देते हैं। 2 मिनट के लिए इसी तरह करने के बाद हाथों को अपने शरीर के दोनों पक्षों की तरफ लें। कोहनी को मोड़े नहीं और फर्श पर पड़ी चटाई पर ना टिकें। अपने हाथों को फर्श के स्तर से कुछ इंच ऊपर रखें। अपने हाथों को 10 मिनट के लिए इस मुद्रा मे रखें और फिर इन्हें अपने शरीर की तरफ लें लें। 10 बार प्रत्येक दिन इस अभ्यास को दोहराएं। यह छाती की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए एक अच्छा व्यायाम है।
स्पेशल और उपयुक्त ब्रा – आप हमेशा उचित ब्रा का ही चयन करें जो आपके स्तन को कसावदार बनाये रखे। विशेष ब्रा के कप में सपोर्ट रहता है और इन से आपके स्तनों के उठाव में मदद मिलेगी। यह दृढ़ स्तनों के लिए कंधों और कप के नीचे समर्थन के साथ उत्थान के लिए मदद करते हैं।
स्तन के कसाव के कुछ घरेलू उपचार
बर्फ की मालिश- बर्फ की मसाज से ब्रेस्ट लूज़ होने से रोके जा सकते हैं। बर्फ आपके स्तनों को उभार देता है और उन्हें ढीला होने से रोकता है। 2 बर्फ के टुकड़े लें और उन्हें गोलाकार मुद्रा में अपने स्तनों के आसपास घुमाएं। इसे 1 मिनट से ज़्यादा न करें क्योंकि स्तनों के पास की त्वचा काफी संवेदनशील होती है।
तेल की मालिश- हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जिस तरह संतुलित आहार व योगासन आवश्यक है उसी तरह मालिश भी शरीर को स्वस्थ रखने में काफी योगदान रखती है। मालिश से शरीर पुष्ट होता है और मांसपेशियों को भी नवजीवन मिलता है। वैसे तो बाजार में कई औषधीय तेल मिलते हैं लेकिन स्तनों की मालिश के लिये जैतून का तेल ही सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। आप रोजाना स्तनों की मालिश जैतून के तेल से करेगें तो आपके स्तनों का आकार बढ़ेगा। मालिश के द्वारा रक्त परिसंचरण बढ़ जाता है जो स्तनों के अंदर ऊतकों को फैलाने में मदद करता है और उन्हें बड़ा, मजबूत और कसावदार बनाने में मदद करता है।
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