सस्टेनेबल सेनिटेशन एंड वाटर मैनेजमेंट नामक संस्था की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में 52% महिलाएं रिप्रोडक्टिव एज मे हैं और लगभग सभी हर महीने पीरियड्स यानी मासिक धर्म की अवस्था से गुजरती हैं। हालांकि इनमें से अधिकांश को पीरियड्स के दौरान हाइजिन मेंटेन करने और अपनी देखभाल करने के बारे में न तो जानकारी है और न ही इससे जुड़े संसाधन उपलब्ध हैं।
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पीरियड्स के दौरान सफाई न रखने के क्या हैं नुकसान?
गायनोकोलॉजिस्ट मोनिका सिंह का कहना है कि पीरियड्स के दौरान हाइजिन और साफ-सफाई रखना बहुत जरूरी है। इस पर ही महिला और आने वाली जनरेशन की हेल्थ डिपेंड रहती है। अगर पीरियड्स के दौरान अच्छे से देखभाल न की जाए तो इन्फेक्शन के अलावा यूटरस और जेनिटल पार्ट्स से जुड़ी कई गंभीर बीमारियां होने का भी खतरा रहता है।
कैसे करें पीरियड्स के दौरान खुद की देखभाल?
– सफाई का ध्यान रखें
वेजानिल पार्ट और आसपास अच्छे से सफाई रखें। वॉशरूम जाने के बाद हाथों को साबुन से धोएं।
वेजानिल पार्ट और आसपास अच्छे से सफाई रखें। वॉशरूम जाने के बाद हाथों को साबुन से धोएं।
– सैनिटरी पैड का यूज करें
पीरियड्स के दौरान हाइजीन मेंटेन करने के लिए कपड़े के बजाय सैनिटरी पैड ज्यादा फायदेमंद हैं।
पीरियड्स के दौरान हाइजीन मेंटेन करने के लिए कपड़े के बजाय सैनिटरी पैड ज्यादा फायदेमंद हैं।
– पैड चेंज करते रहें
हैवी फ्लो के कारण पैड जल्दी गीला हो सकता है। रेग्युलर पैड और कपड़े बदलते रहना चाहिए।
हैवी फ्लो के कारण पैड जल्दी गीला हो सकता है। रेग्युलर पैड और कपड़े बदलते रहना चाहिए।
– रैशेज से बचें
ज्यादा समय तक गीला पैड पहने रहने से रैशेज, खुजली की प्रॉब्लम हो सकती है। एंटीसेप्टिक लगाएं।
ज्यादा समय तक गीला पैड पहने रहने से रैशेज, खुजली की प्रॉब्लम हो सकती है। एंटीसेप्टिक लगाएं।
– सोप यूज न करें
सोप के यूज से वेजाइना और आसपास के गुड बैक्टीरिया खत्म हो सकते हैं। स्किन इन्फेक्शन हो सकता है।
सोप के यूज से वेजाइना और आसपास के गुड बैक्टीरिया खत्म हो सकते हैं। स्किन इन्फेक्शन हो सकता है।
– भरपूर पानी पिएं
दिन में 6-8 गिलास पानी पीने से बॉडी हाइड्रेट रहेगी। डाइजेशन अच्छा होगा। दर्द और तकलीफ में फायदा होगा।
दिन में 6-8 गिलास पानी पीने से बॉडी हाइड्रेट रहेगी। डाइजेशन अच्छा होगा। दर्द और तकलीफ में फायदा होगा।
– हेल्दी डाइट लें
ग्रीन वेजिटेबल्स, सलाद, ग्रीन टी, केला, पपीता, डार्क चॉकलेट्स, फिश, ड्राय फ्रूट्स और नट्स जैसी चीजें खाएं।
ग्रीन वेजिटेबल्स, सलाद, ग्रीन टी, केला, पपीता, डार्क चॉकलेट्स, फिश, ड्राय फ्रूट्स और नट्स जैसी चीजें खाएं।
– जंक फूड से दूर रहें
चाय-कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स, ऑयली और फैटी फूड जैसी चीजें पीरियड्स की तकलीफ बढ़ाती हैं। इन्हें अवॉयड करें।
चाय-कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स, ऑयली और फैटी फूड जैसी चीजें पीरियड्स की तकलीफ बढ़ाती हैं। इन्हें अवॉयड करें।
– एक्सरसाइज करें
डॉक्टर की सलाह से हल्की एक्सरसाइज, प्राणायाम, योगा या फिजियोथेरेपी करें। पीरियड्स क्रैम्प से राहत मिलेगी।
डॉक्टर की सलाह से हल्की एक्सरसाइज, प्राणायाम, योगा या फिजियोथेरेपी करें। पीरियड्स क्रैम्प से राहत मिलेगी।
– आराम करें
पीरियड्स के दर्द और तकलीफ से बचने के लिए रेस्ट करें, टेंशन और स्ट्रेस से बचें और 7-8 घंटे की भरपूर नींद लें।
पीरियड्स के दर्द और तकलीफ से बचने के लिए रेस्ट करें, टेंशन और स्ट्रेस से बचें और 7-8 घंटे की भरपूर नींद लें।
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