भारत में लोग बहुत ही लंबे समय से वैध और हकीमों पर विश्वास करते आये है। जब चिकित्सा के क्षेत्र में भारत ने ज्यादा उन्नति नहीं की थी और घरों पर ही छोटी बीमारियों का इलाज हो जाता था तब हर मुश्किल में काम आते थे दादी और नानी के नुस्खे।
साथ ही आज भी 21वीं सदी में दादी-नानी के नुस्खे काम आते है और उनका फायदा भी बखूब मिलता है। आज हमारा रहन-सहन पहले की तुलना में काफी बदल गया है। पहले अधिकतर लोग हाथों से काम किया करते थे, लेकिन मशीनीकरण के इस युग ने हमारे हर काम को ज़रूर आसान कर दिया लेकिन वहीं दूसरी जगह इस कारण लोग पहले की तरह स्वस्थ भी नहीं रह पाते। ज्यादातर लोगों को थकान और चिंता के कारण सिर दर्द होता है। सिर दर्द होने पर किसी भी काम में मन नहीं लगता है। और जिंदगी थम-सी जाती है। ऐसे में हम आपको कुछ ऐसे दादी और नानी के नुस्खे बताएंगे जिन्हें आप घर पर ही करके अपने स्वास्थ्य को अच्छा बना सकते हैं।
आज कल के युवाओं में वज़न बढ़ने की भी बहुत बड़ी समस्या है। घरेलू नुस्खों से भी आसानी से वज़न घटाया जा सकता है। यदि आप देसी घी का सेवन करेंगे तो आपका वज़न बिल्कुल भी नहीं बढ़ेगा। साथ ही अन्य बीमारियों से भी आप दूर रहेंगें। वहीं सबसे बड़ा घरेलू उपाय यह भी है कि लोहे की कढ़ाई में खाना बनाएं ताकि आयरन की कमी कभी नहीं हो।
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यदि कभी कान में दर्द हो और दवाइयां काम ना आयें तो सबसे अच्छा घरेलू नुस्खा है कि प्याज पीसकर उसका रस कपड़े से छान कर उसे गरम करके 4 बूंद कान में डालने से कान का दर्द बिल्कुल सही हो जाता है।
यदि कभी आपके दांत में दर्द होता है और आपको डॉक्टर के पास जाने में डर लगता है, तो यह घरेलू नुस्खा आपके लिए रामबाण साबित होगा, आपको बस यह करना है कि हल्दी एवं सेंधा नमक महीन पीसकर उसे शुद्ध सरसों के तेल में मिलाकर सुबह-शाम मंजन करने से आपके दांतों का दर्द बंद हो जाएगा।
यदि कभी आप आग की चपेट में आ जाएं तो यह नुस्खा आपको तुरंत राहत देगा कच्चे आलू को पीसकर उसका रस निकाल कर, फिर जले हुए स्थान पर उस रस को लगाने से आपको तुरंत आराम मिल जाएगा। इससे भी आराम न मिले तो दूसरा उपाय यह है कि इमली की छाल जलाकर उसका महीन चूर्ण बना लें, उस चूर्ण को गो-घृत में मिलाकर जले हुए स्थान पर लगाने से आराम हो जाएगा।
ऐसी और भी बीमारियां है जिनमे घरेलू नुस्खे बहुत ही कारगर है जैसे की पेशाब की जलन होने पर ताजे करेले को महीन-महीन काट कर करेले के पानी को स्टील या शीशे के बर्तन में इकट्ठा करें। वही पानी 50 ग्राम की खुराक बनाकर 3 बार (सुबह, दोपहर और शाम) पियें जिससे पेशाब की जलन ठीक हो जाती है।
आज कल की भाग-दौड़ से लोगो को बहुत जल्दी और आसानी से सिर दर्द हो जाता है। साथ ही वो दवाई लेने से भी परहेज़ करते है। सिर दर्द खत्म करने के लिए भी दादी नानी के नुस्खे बहुत कम आते है। तो नुस्खा यह है कि सौंठ को बहुत महीन पीसकर बकरी के शुद्ध दूध में मिलाकर नाक से बार-बार खींचने से सभी प्रकार के सिरदर्द में आराम हो जाता है।
वहीं मासिक धर्म (Periods) के समय महिलाओं और लड़कियों को बहुत ही ज्यादा दर्द बर्दाश्त करना पड़ता है। जिसके कारण उनके अंदर चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है। मासिक धर्म में वह दवाई लेने से भी परेज़ करती है क्योंकि मासिक धर्म हर माह होता है और बार-बार दवाइयों का सेवन उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता इसलिए उन्हें यह उपाय करना चहिए की ठंडे पानी में 2-3 बूंद नीबू निचोड़ कर पियें। इससे मासिक दर्द से उन्हें छुटकारा मिल जाएगा।