पत्नी को खुश रखना यानि घर में खुशियाँ बिखेरना। घर दीवारों से नहीं बल्कि पति पत्नी के आपसी व्यवहार और तालमेल से बनता है। घर शांतिपूर्वक प्यार से चलता रहे इसके लिए पति पत्नी दोनों को मिलकर प्रयास करने होते हैं।
पत्नी घर के काम काज सँभालने और पति , बच्चों का ख्याल रखने में जी जान लगा देती है। उसके इस काम को अनदेखा कर दिया जाता है और इस काम की कीमत नहीं समझी जाती। उसे कमतर समझकर उसके साथ वैसा बर्ताव होने लगता है ।
इस बर्ताव से पत्नी दुखी हो जाती है और इसका असर शांति से चल रही गृहस्थी पर पड़ने लगता है। पत्नी भी अपना क्रोध दिखाने लगती है। झगड़े होने शुरू हो जाते हैं और पति की समझ नहीं आता हुआ क्या ?
पत्नी आपसे क्या चाहती है – What a wife want
इतनी मेहनत करने के बाद भी पत्नी खुश क्यों नहीं है ?
कभी प्यार से न्योछावर रहने वाली धर्मपत्नी को क्या हो गया ? पत्नी आपसे आखिर चाहती क्या है ?
आइये समझें कहाँ गलती हो रही है और जानें कि पत्नी को खुश कैसे रखें।
पत्नी आपसे चाहती है आदर , प्यार , विश्वास और सुरक्षा।
पत्नी चाहती है की उन्हें समझा जाये , घर के महत्वपूर्ण निर्णय में उनकी भी राय ली जाये ताकि उन्हें अपना अस्तित्व सिर्फ घर के काम से कुछ ऊपर महसूस हो। उन्हें आपका प्यार चाहिए। वो चाहती हैं कि वो आपके दिल में बसी रहें।
उन्हें विश्वास चाहिए कि आपको घर के प्रति बराबर की जिम्मेदारी का अहसास हो। आपके साथ उनका और बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो।
उन्हें विश्वास चाहिए कि आप उनके साथ कभी धोखा नहीं करोगे। वो चाहती हैं की आप गुस्सा , गाली गलौच , मारपीट आदि ना करें। इस तरह वो सुरक्षा का अहसास चाहती हैं।
उनका यह चाहना उनका हक है। पत्नी घर परिवार के लिए अपना सब कुछ दाव पर लगाने को तैयार हो जाती हैं। इसी की कामना आपसे भी करती हैं कि आप भी घर कर परिवार पर पूरा ध्यान दें। इतना मिलने पर पत्नी जरूर खुश हो जाएँगी और इसके लिए आपको बड़े खर्चे करने की जरुरत भी नहीं होती है। आइये जाने इसके क्या तरीके हैं –
पत्नी को खुश करने के तरीके – Keep your wife happy
घर के काम में मदद – Help
पत्नी से यह पूछें ” क्या मैं तुम्हारी मदद के लिए कुछ करूँ ” यह सिर्फ पूछना नहीं है अगले दस मिनट तक वही करना है जो पत्नी कहे। कुछ लोग पत्नी से पूछते तो है लेकिन बताने पर या तो करते नहीं हैं या आधा अधूरा काम करके छोड़ देते हैं। पत्नी को पता होता है कि कौनसा काम आपसे हो सकता है।
इसलिए वही काम आपको मिलेगा। इसलिए ईमानदारी से वो काम पूरा कर दें। आपके ये दस मिनट पत्नी को देना उन्हें खुश कर देगा ।
आप दोनों कमाते है या सिर्फ आप कमाते है, इसका यह मतलब नहीं कि आपको सोफे पर फालतू पसरने का अधिकार मिल गया है। जबकि आपकी पत्नी सफाई में , कपड़े धोने में , खाना बनाने में , बर्तन धोने में व्यस्त है। टॉयलेट धोना , सब्जी लाना , किराना लाना , दूध लाना, दरवाजे रात को चेक करके बंद करना और सुबह वापस खोलना , बच्चो को होम वर्क करवाना , ये सब सिर्फ उनकी ड्यूटी नहीं है।
आप दोनों को मिल कर ये सारे काम टीम की तरह करने चाहिए। तभी सही मायने में घर – घर बनता है। उनके सपने पूरे करने में उनकी मदद करें। कोशिश करें कि माँ और पत्नी के फर्ज पूरा करने में उन्हें अपने सपनो की तिलांजलि ना देनी पड़े।
काम की तारीफ – Admire
पत्नी के अच्छे काम की तारीफ दिल से करें और जरूर करें। उन्हें बतायें कि उनका कौनसा काम आपको तारीफ के काबिल लगता है।
उन्हें बताएं की उनके उस काम से आपको कितनी ख़ुशी मिलती है और उसके लिए उनका आभार व्यक्त करें। इसका आपकी पत्नी पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ेगा। वो गदगद हो जाएँगी और आपको देखकर वैसे ही मुस्करायेगी जैसे शुरू में मुस्कराती थी। अपनी पत्नी की आलोचना ना करें , खासकर दूसरे लोगों के सामने। पत्नी में अच्छा क्या है सिर्फ उसे देखने की आदत डाल लें।
मेसेज या खत – Massage
पत्नी को एक प्यार भरा व्हाट्सअप मेसेज भेज दें। इसमें कुछ नहीं लगता लेकिन यह आपकी पत्नी को जो ख़ुशी देगा उसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। एक छोटा सा प्यार भरा खत लिखकर उनके किसी सामान में छिपा दें।
उनकी कौनसी चीज आपको बेहद पसंद है उसमें जरूर लिखें। जैसे उनकी आँखें या जब वो हंसती है तो उनके गाल आदि। इस छोटे से सरप्राइज को वो हमेशा संभाल कर रखेंगी और उसे देखकर खुश होती रहेंगी।
परिचय – Introduction
पत्नी का किसी से भी परिचय कराते समय कॉम्पलिमेंट जरूर जोड़ें। जैसे – मिलिए ” मेरी गुणवान और सुन्दर पत्नी से “,” ये है मेरी बेटर हाफ ” , ” ये हैं हमारी होम मेकर ” आदि । या इसी तरह कोई तारीफ का शब्द बोलते हुए पत्नी का परिचय करायें।
समाज में जब आप इस तरह खुश होते हुए पत्नी का परिचय कराते हैं तो पत्नी के दिल में आपके प्रति प्यार बढ़ता है और उन्हें ख़ुशी मिलती है।
प्यार भरा आलिंगन – Hug
दिन भर की काम की भागदौड़ के बाद कुछ समय सिर्फ एक दूसरे के लिए निकालें। एक प्यार भरा आलिंगन पत्नी को देकर उन्हें मिस करने का अहसास करायें। उन्हें ख़ुशी होगी और आपको अगले दिन के लिए भरपूर ऊर्जा मिल जाएगी । इसी शांति और सुकून के लिए ही तो दिनभर दौड़ते हैं।
इच्छा अनिच्छा की कद्र – Respect
पत्नी के साथ एक वस्तु जैसा व्यवहार ना करें। वो आपकी पत्नी हैं। आपकी सच्ची दोस्त और हमदर्द। उनके साथ इज्जत से पेश आयें। हमबिस्तर होते समय भी उनकी इच्छा अनिच्छा की कद्र करें।
रात का समय वैवाहिक जीवन का सबसे ज्यादा आनंदमय , संतुष्टि प्रदान करने वाला और एक दूसरे के प्रति आदर पैदा करने वाला समय होता है। इस समय एक दूसरे के साथ किया व्यवहार वैवाहिक जीवन सुखद भी बना सकता है और दुखद भी।
गलती भूल जाएँ – Forget mistakes
गलतियाँ सभी से होती हैं। छोटी मोटी गलती को तूल ना दें। अगर पत्नी के हाथ से आपकी पसंद का कुछ टूट गया है या वो आपको कुछ जरुरी बात बताना भूल गई हैं , या गलती से खाने में नमक ज्यादा हो गया है। तो मजाक बिल्कुल ना बनायें और उसी क्षण उसे भूल जाएँ। उस बात का जिक्र फिर कभी न करें।
हाथ में हाथ – Feel
बाहर घूमते फिरते समय पत्नी का हाथ अपने हाथ में लेकर हल्का सा दबायें और उन्हें अहसास करायें की उन्हें पाकर आपको गर्व होता है। यह पत्नी को ख़ुशी देने का बहुत छोटा लेकिन कारगर उपाय है।
निर्णय लेने की आजादी – Freedom
आप हमेशा सही नहीं हो सकते। हर काम में सिर्फ अपनी ना चलाएं उनकी राय भी जरूर लें। आपकी पत्नी खुद के निर्णय खुद लेने में पूरी तरह सक्षम है। अतः इस बारे में निर्देश देना बंद कर दें कि वो कहाँ जा रही है , क्या कर रही है , कहाँ खर्चा कर रही है आदि।
इसके बजाय आप दोनों मिल कर निर्णय लें। एक दूसरे को प्रोत्साहित और सपोर्ट करके एक दूसरे की मदद करें। पत्नी को आजादी दें और उन्हें आजादी से निर्णय लेने दें। उनकी समस्या सुनें पर अनावश्यक उन्हें सुलझाने की कोशिश ना करें। कभी कभी पत्नी सिर्फ आपसे साझा करना चाहती है। उन्हें यह विश्वास दिलायें की आप हमेशा उनके साथ हैं।
पीरियड को समझें – PMS
ज्यादातर महिलाओं को माहवारी से पहले तीन चार दिन तक हार्मोन बदलने के कारण चिड़चिड़ाहट होती है जिसे PMS कहते हैं। इन तीन चार दिनों में आपको लगेगा कि आपकी पत्नी बिना किसी कारण गुस्सा कर रही है , बड़बड़ा रही हैं और आपसे झगड़ा करने का कारण तलाश रही है। इसमें उनका कोई दोष नहीं है ,ये हार्मोन का असर है । मासिक चालू होने से साथ ही हालात सुधर जाते हैं।
इन तीन चार दिनों में आपको बहुत धैर्य से काम लेना होगा । उनके गुस्से को सहन करना सीखना होगा । इस समय बहस बिलकुल नहीं करनी चाहिए , अन्यथा झगड़ा बढ़ सकता है। इस समय आपकी एक नहीं चलने वाली। एक प्यार करने वाले पति होने के नाते आपको ऐसे समय को पहचान कर समझदारी से काम लेना चाहिए।
दिन कैसा गुजरा – Share
आपकी एक पत्नी हैं , आप भाग्यशाली हैं। उन्हें भुलने की भूल मत कीजिये। काम में इतना मत खो जाइये की उन्हें फोन करना या मेसेज करना भी भूल जाएँ। वो खुश तो आप भी खुश। उन्हें बताइये कि वो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं , आपके काम से भी ज्यादा। उनके साथ हर बात शेयर कीजिये।
आपका दिन कैसा गुजरा , आपके विचार , आपकी चिंता और वो घटना जिस पर आज आपको बहुत हंसी आई। उनसे भी पूछें कि उनका दिन कैसा रहा और जब वो बतायें तो बीच में टोका टाकी न करें।
अपेक्षा और उम्मीद – Expectations
अपनी पत्नी की किसी दूसरी स्त्री के साथ तुलना कभी ना करें। उनके पैसे सँभालने से सम्बंधित जानकारी , उनका फिगर , उनका रंग , बच्चों को सँभालने का तरीका व स्कूल का होम वर्क कराना आदि किसी भी बात की तुलना न करें।
समय के साथ यह तुलना उनके आत्मविश्वास को तोड़ सकता है। उनके गुणों की तरफ जितना ज्यादा ध्यान देंगे उतना ही वो अधिक गुण विकसित करने की कोशिश करेंगी ।
मारपीट और गाली गलौज – Abuse
गन्दी गाली या अपशब्दों का उपयोग अपनी बातचीत में बिलकुल ना करें । शादी से पहले दोस्तों ( लड़के या लड़कियाँ ) के साथ आप कैसी भी भाषा में बात करते हों। पति पत्नी के बीच एक मर्यादा पूर्वक बातचीत जरुरी होती है अन्यथा मान सम्मान टूटते देर नहीं लगती।
कड़वे और रूखे शब्द बहुत चोट पहुंचाते हैं और भुलाये नहीं भूलते । कोशिश करने और ढूंढने से आपको ऐसे शब्द जरूर मिल जायेंगे जिनकी आपको जरुरत है।
पत्नी पर गुस्सा ना निकालें। पत्नी पर चिल्लाना या गुस्सा करना सही नहीं है। गुस्से में गाली गलौच , चीजें फेंकना , धमकियाँ देना गलत है। मारपीट करना तो अपराध जैसा है। गुस्से पर काबू करना सीखना चाहिए।
कैसी भी परिस्थिति हो उसका शांति और प्यार से हल निकालेंगे तभी आपकी पत्नी आपके साथ सुरक्षित महसूस करेगी और आपका जीवन प्यार से भर देंगी।
दूसरा चक्कर – Extra affair
पत्नी के साथ धोखा करके दूसरे चक्कर में ना पड़ें। ये बिल्कुल ना मानें कि आपकी पत्नी को पता नहीं चलेगा। वो तुरंत ताड़ लेंगी और फिर आपका भगवान ही मालिक है। न इधर के रहेंगे न उधर के। अतः दो नाव की सवारी करना तो दूर सोचना भी नहीं चाहिए। ईमानदार रहें। पत्नी के साथ फेरे लेते समय जो वादे किये , उन्हें निभाएं। ये उनका हक है और आपके सुखी जीवन की शर्त।
इनमे से किसी परिस्थिति में आप हो तो भी उसमे से निकला जा सकता है। अच्छे पति होने का निश्चय करें और खुद में थोड़े बदलाव लाएं और देखिये आपकी पत्नी आपकी विवाहित जिंदगी को कैसे स्वर्ग बना देगी।