बवासीर एक बहुत ही पीड़ादायी समस्या है। एक उम्र के बाद कई सारे लोग इससे परेशान रहते हैं। बवासीर हो जाने पर मल त्यागने में कठिनाई तो होती ही है, पेट में भी भीरीपन और दर्द बना रहता है। ज्यादा दिनों तक यदि कब्ज की समस्या बनी रहती है तो कभी भी बवासीर हो सकता है। बवासीर होने पर यदि आप सही आहार का सेवन करें तो आपको राहत मिल सकती है, जल्द ही आप ठीक हो सकते हैं। बवासीर को ठीक करने के लिए दवाओं का सहारा तो लिया जाता ही है लेकिन यदि आप अपने डाइट प्लान का विशेष ध्यान रखें तो आपके लिए स्वस्थ होना और भी आसान हो जाता है। ऐसे में आपके लिए बहुत आवश्यक है कि आप अपने भोजन में अधिक से अधिक फाइबर लेंं। फाइबर में अघुलनशील फाइबर लेने की गलती न करें, ये आपके मल को कठोर बना सकता है।
जड़ वाली सब्जियां – शकरकंद, आलू और गाजर जैसी सब्जियों का सेवन करने से शरीर को आराम मिलेगा। इन सब्जियों में बहुत हद ता पोषण पाया जाता है। ये सब्जियां आपकी आंतों को स्वस्थ रखती हैं इसलिए इनको अपने भोजन में जरूर शामिल करें। आपके लिए शलजम का जूस पीना भी बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है इसलिए इसे नियमित रूप से एक बार जरूर लें।
अजवाइन – अजवाइन के सेवन से कठोर मल नर्म होता है। अजवाइन के पानी को प्रतिदिन पिएं और धीरे-धीरे आपकी बवासीर की समस्या खुद-ब-खुद ठीक होने लगेगी। अजवाइन को आपके पाचन-तंत्र को बेहतर बनाने में सहायक रहेगा। रात को सोने से पहले आप तवे पर अजवाइन को सेंक कर भी खा सकते हैं। ऐसा करने से मल त्यागने में आपको किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी।
खरबूज – गर्मियों में खरबूज आसानी से उपलब्ध हो जाता है और खरबूज ऐसा फल है जिसमें अच्छी मात्रा में पानी भी पाया जाता है। इसके सेवन से शरीर को खूब पानी और फाइबर मिलता है जो कि बवासीर के मरीज के लिए बहुत जरूरी होता है। इससे न सिर्फ आपका पाचनतंत्र सुधरेगा बल्कि पेट में भारीपन और मल त्यागना भी आपके लिए पीड़ारहित होगा।
फलियां – बवासीर के दौरान फलियों का सेवन बहुत लाभकारी होता है। इसके इलाज में फाइबर का गहरा महत्व होता है। भोजन से आपको दो तरह के फाइबर मिलते हैं घुलनशील और अघुलनशील। फलियों के सेवन से आपको घुलनशील फाइबर मिलता है, जिसका सेवन बवासीर के दौरान फायदेमंद साबित होता है। घुलनशील फाइबर से मल त्यागने में कठिनाई नहीं होती है।
साबुत अनाज – साबुत अनाज पोषण से भरपूर होते हैं। इनमें खूब मात्रा में फाइबर होता है जो कि बवासीर के मरीजों के लिए लाभकारी घटक है। साबुत अनाज के सेवन से बवासीर के दौरान होने वाले दर्द में भी आराम मिलता है इसलिए इसका सेवन नाश्ते में जरूर करना चाहिए। इसे आदत बना लेने से मल त्यागते वक्त पेट में भी किसी प्रकार का खिंचाव महसूस नहीं होता है।
फ्री आयुर्वेदिक हेल्थ टिप्स Whatsapp ग्रुप जॉइन करने के लिए click करें