शिशु व बहुत छोटे बच्चे, जो अपनी तकलीफ़ बता भी नहीं सकते, जब उन्हें कोई रोग हो जाए, तो माता-पिता परेशान हो जाते हैं. बच्चे को लगातार रोते देखकर उन्हें कई बार समझ नहीं आता कि आखिर बच्चे को क्या तकलीफ़ हो रही है. हम आपको बता रहे हैं बच्चो के आम रोगों के 32 घरेलू उपाय, जो आपके बच्चे को रोग से जल्दी राहत देंगे.
यदि बच्चे को बुखार हो जाए – बच्चे को बुखार होने पर माता-पिता बेचैन हो जाते हैं. यदि आपके यदि बच्चे को बुखार हो जाए, तो ये घरेलू उपाय बच्चे को तुरंत आराम पहुंचाएंगे.
1) काली मिर्च के 125 मि.ग्रा. पाउडर में तुलसी का रस और शहद मिलाकर बच्चे को दिन में तीन बार दें. बच्चे को बुख़ार से राहत मिलेगी.
2) बुख़ार तेज़ हो तो प्याज़ को बारीक़ काटकर पेट और सिर पर रखें. बुख़ार कम होने लगेगा.
3) बुख़ार में सिरदर्द हो तो गरम पानी या दूध में सोंठ पाउडर मिलाकर सिर पर लेप करें या जायफल में पीसकर लगाएं.
4) बुख़ार में पसीना अधिक हो, हाथ-पैरों में ठंड लगे तो सोंठ पाउडर को हल्के हाथों से लगाएं. आराम मिलेगा.
यदि बच्चे को गैस की समस्या हो जाए – अक्सर शिशु जब दूध पीता है, तो दूध के साथ बहुत सारी हवा भी निगल लेता है. यह हवा ही शिशु के पेट की गैस है. पेट में गैस हो जाने से शिशु असहज महसूस करने लगता है और रोने लगता है. पेट में गैस होने से शिशु ठीक से दूध नहीं पी पाता, सो नहीं पाता, बस रोता रहता है. ऐसे में ये घरेलू नुस्ख़े अपनाकर आप अपने बच्चे को गैस की समस्या से राहत दिला सकती हैं.
5) सबसे पहले शिशु को गैस की समस्या से बचाने के लिए दूध पिलाने के बाद उसे डकार ज़रूर दिलाएं. इसके लिए दूध पिलाने के बाद शिशु को अपने कंधे से लगाएं और दूसरे हाथ से उसकी पीठ थपथपाएं. ये शिशु को डकार दिलाने का सबसे आसान तरीक़ा है.
6) हींग को भूनकर उसे पानी में घिसकर बच्चे की नाभि के चारों ओर लेप करें.
7) एक चम्मच लहसुन के रस में आधा चम्मच घी मिलाकर बच्चे को पिलाएं. तुरंत गैस से राहत मिलेगी.
8) ज़रा-सी हींग पाउडर को घी में मिलाकर बच्चे को पिलाने से गैस से राहत मिलेगी.
9) जीरा या अजवायन को पीसकर पेट पर लेप करने से शिशु को गैस की समस्या से राहत मिलेगी.
यदि बच्चे को दस्त हों – दस्त होने पर बच्चे को डीहाइड्रेशन की तकलीफ हो सकती है और बच्चा कमजोर हो सकता है इसलिए बच्चे को दस्त होने पर तुरंत ये घरेलू उपाय करें.
16) मीठे सेब का रस कपड़े से छानकर समय-समय पर पिलाने से मोशन्स (दस्त) रुक जाते हैं और ख़ून व शरीर में लिक्विड की कमी भी दूर हो जाती है.
17) बच्चे को फलों का रस, सब्ज़ियों का रस और पानी थोड़ी-थोड़ी देर में पिलाएं. इससे बच्चे को कमज़ोरी नहीं होगी.
18) अगर बच्चे को लगातार पतली दस्त हो रही हो तो 1 ग्राम खसखस पीसकर 10 ग्राम दही में मिलाकर देने से दस्त की तकलीफ़ दूर होती है.
19) दस्त हो रहा हो तो भी बच्चे का दूध बंद न करें, बल्कि साथ-साथ नारियल पानी, अनार का रस, सेब का रस और नींबू पानी दें.
20) सोंठ का चूर्ण 125 मि.ग्रा. की मात्रा में गुड़ में मिलाकर देने से बच्चे को दस्त से राहत मिलती है.
21) जौ का पानी और अंडे की सफेदी को घोलकर बार-बार थोड़ा-थोड़ा बच्चे को पिलाते रहने से लाभ होता है.
22) यदि शिशु बार-बार हरे रंग के दस्त करता है, तो थोड़ा-सा एरंडी का तेल यानी कैस्टर ऑयल चटाएं.
23) सौंफ और सोंठ का काढ़ा बनाकर शिशु को 1-2 चम्मच की मात्रा में पिलाएं.
24) जायफल घिसकर शहद के साथ बच्चे को सुबह-शाम चटाएं.
यदि बच्चा बिस्तर में पेशाब करे – कई बच्चे बड़ी उम्र में भी बिस्तर में पेशाब करते हैं, जिसके कारण माता-पिता बच्चे को दोस्तों व रिश्तेदारों के घर ले जाने से कतराते हैं. बच्चा बिस्तर में पेशाब न करे इसके लिए ये घरेलू उपाय करें.
25) बच्चा यदि रोज़ाना बेड पर पेशाब करने लगे तो उसे छुहारा खिलाएं.
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26) थोड़े बड़े होने पर भी बेड पर पेशाब करने वाले बच्चों को नियमित रूप से दो अखरोट और 10-12 किशमिश खिलाने से उनकी आदत छूट जाएगी.
27) बच्चों को 15-20 दिनों तक सोते समय एक टीस्पून शहद चटाने से यह आदत छूट जाती है.
28) छुहारे को बारीक पीसकर चटाने से या खिलाने से बिस्तर में पेशाब करने की आदत छूट जाती है.
यदि शिशु को नैपकिन रैश हो जाएं – नवजात शिशु को नैपकिन रैश हो जाना आम बात है, ऐसे में ये घरेलू उपाय आपके बच्चे को नैपकिन रैश से जल्दी ही आराम पहुंचाएंगे.
बॉडी मसाज से मिलेगी राहत – तनाव से राहत पाने के लिए आप बॉडी मसाज भी करवा सकते हैं. इसके लिए आप बादाम का तेल या जैतून का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं. आप चाहें तो इसमें कुछ बूंदे ख़ुशबूदार ऑयल की भी मिला सकते हैं. बॉडी मसाज से जहां मानसिक तनाव को दूर करने में मदद मिलेगी तो वहीं शरीर की थकान भी दूर होगी. साथ ही इससे आपका मिजाज़ भी ठीक रहेगा और नींद भी अच्छी आएगी.
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29) लहसुन की 8-10 कलियों का रस निकालकर 4 गुना पानी में मिलाकर रैश वाले स्थान को धोएं.
30) तुलसी के पत्तों का रस निकालकर या उसके पत्तों को पीसकर उसका लेप लगाने से नैपकिन रैश में राहत मिलती है.
31) मक्खन में हल्दी मिलाकर उसका लेप करने से लाभ होगा.
32) हरी दूब को अच्छी तरह पीसकर लेप करने से भी बच्चों को नैपकिन रैश में राहत मिलती है.