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आयुर्वेद में त्रिफला चूर्ण को एक जड़ी-बूटी के रूप में प्रयोग किया जाता है। जो विभिन्न तरह के रोगों को ठीक करने में उपयोग की जाती है। कितनी ही पुरानी कब्ज हो त्रिफला चूर्ण के सेवन से वह ठीक हो जाती है। रोजाना त्रिफला चूर्ण का सेवन शरीर को कई बिमारियों से मुक्त रखता है।
मुंह की समस्या एक ग्लास पानी में एक चम्मच त्रिफला को २ घंटे तक भिगो दें इस एक घूंट पानी मुंह में लें और थोड़ी देर मुंह में घुमाएं और थूक दे इससे मुंह से संबंधित समस्याएं दूर होगी
कब्ज के लिए स्वस्थ और साफ आंत शरीर को सेहतमंद बनाये रखती है। यदि पाचन अच्छा नहीं होगा तो आंतों के मार्ग को अवरुद्ध करेगा। लम्बे समय तक कब्ज का भी कारण बनता है इससे शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो जाते है त्रिफला
मल त्याग को नियमित और आसान बनाता है शरीर की आंतों की मांसपेशियों को मजबूत भी करता है त्रिफला का नियमित सेवन करने से पेट फूलना, कब्ज और पेट दर्द को कम किया जा सकता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला होता है यदि शरीर कमजोर है तो इसका सेवन करे इससे शरीर को बिमारियों से लड़ने की शक्ति मिलेगी किन्तु वर्षों तक इसका सेवन करना होगा तब यह लाभ प्राप्त होगा
रोगाणुरोधी के रूप में यह एक रोगाणुरोधी के रूप में कार्य करता है इसमें रोगाणुरोधी और जीवाणुरोधी क्षमता होती है एक शोध के अनुसार त्रिफला के एथेनॉलिक अर्क एचआईवी के मरीजों में बीमारी पैदा करने वाले जीवाणुओं के खिलाफ होते है
दांतों के स्वास्थ्य के लिए त्रिफला में पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट और रोगाणुरोधी प्रभाव दातों की समस्या को कम करते है। स्वस्थ्य दांत स्वस्थ शरीर को बनाये रखते है। त्रिफला मसूड़ों की सूजन को ठीक करने, दांतों में प्लाक बिल्डअप को धीमा करने में बहुत प्रभावी है।
गठिया विरोधी के रूप में यह औषधि एक एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी है। इसके यह गुण गठिया से संबंधित लक्षणों को कम करते है।
ब्लड प्रेशर – त्रिफला का सेवन किया जाये तो सूजन को कम करने में मदद मिलती है, यानि नमक के संपर्क में रहने वाली ब्लड वेसल्स ज्यादातर सीकुड़ जाती है। इसकी वजह से खून का बहाव तेज हो जाता है। इसमें त्रिफला का सेवन सूजन कम करता है और ब्लड प्रेशर सामान्य बनाए रखता है।
हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कच्चा आंवला खाने के फायदे – आपको बता दें कि कच्चे आंवले में काफी मात्रा में कैल्शियम होता है। कच्चा आंवला खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं और जोड़ों के दर्द से भी राहत मिलती है। आंवला में पोटैशियम भी होता है जो शरीर की मांसपेशियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
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- संयुक्त, गर्दन और पीठ दर्द से छुटकारा पाएं
- प्राकृतिक संयुक्त स्नेहक की सही मात्रा का उत्पादन और रखरखाव करता है
- सूजन का इलाज करें और कठोरता को हटा दें
- ताकत और ऊर्जा हासिल करें
- शरीर लचीलापन और गतिशीलता सुनिश्चित करें
- रीढ़ की हड्डी के स्वास्थ्य को बढ़ावा देना
- संतुलन कैल्शियम और कोलेजन गठन
इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करने में कच्चा आंवला खाने के फायदे – आपको बता दें कि कच्चा आंवला खाने से आपका इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होता है। आंवला में विटामिन सी मौजूद होता है। साथ ही, कच्चा आंवला एक प्राकृतिक रेचक के रूप में कार्य करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालता है। सुबह खाली पेट कच्चा आंवला खाना या उसका रस पीना बहुत फायदेमंद होता है। आंवला में फंगल इंफेक्शन और बैक्टीरिया से लड़ने की ताकत होती है।
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