बालों का झड़ना या गंजापन इन दिनों बेहद आम समस्या है।
कई बार तो 25-30 साल की उम्र वाले युवा ही इस समस्या से पीड़ित नजर आते हैं। लेकिन गंजापन एक दिन में नहीं आता है। इसकी शुरुआत हमेशा लापरवाही से ही होती है। ज्यादातर मामलों में हेयर केयर की गलतियों का नतीजा ही गंजेपन के रूप में सामने आता है।
बालों को झड़ने से बचाने के लिए सबसे पहले, बालों को पतला होने से रोकना बहुत जरूरी है। कई लोग इस काम के लिए देसी नुस्खे आजमाते हैं
ऐसे में क्या करना चाहिए?
बालों को पतले होने से बचाने के आसान घरेलू उपायों के बारे में इस आर्टिकल में मैं आपको रिसर्च बेस्ड जानकारी दूंगा। इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के बाद आप ये जान जाएंगे कि बालों को पतले होने की समस्या के कारगर उपचार और आसान घरेलू उपाय क्या हैं?
बालों के पतलेपन की समस्या का उपचार और घरेलू उपाय
बालों के पतले होने की समस्या के ज्यादातर मामलों का उपचार घर पर ही किया जा सकता है। ये आसान घरेलू उपाय और उपचार निम्नलिखित हैं :
1. स्कैल्प की मसाज करें – सर्दियों में सिर में होने वाली केश आरोग्य आयल की मसाज को कौन भूल सकता है। घने बाल पाने का सबसे सस्ता और आसान तरीका शायद सिर की त्वचा या स्कैल्प की मसाज करना है। इसमें कुछ भी खर्च नहीं करना पड़ता है, और इसके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं हैं।
बालों को धोते समय, सिर की त्वचा के नीचे ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने के लिए स्कैल्प के चारों ओर अपनी उंगलियों से धीरे से दबाव डालें। अधिक फायदा पाने और स्कैल्प से डेड स्किन को हटाने के लिए, स्कैल्प मसाजर का भी प्रयोग किया जा सकता है।
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2. केश आरोग्य ऑयल – केश आरोग्य ऑयल को कुछ आयुर्वेदिक औषधियो को मिलाकर बनाया जाता है। इनका प्रयोग मुख्य रूप से अरोमाथेरेपी और अन्य प्रकार की आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है।
4. मल्टीविटामिन्स – हेल्दी बालों का सीधा रिश्ता पूरे शरीर की हेल्थ पर निर्भर करता है। लेकिन शरीर को पर्याप्त पोषक तत्व न मिलने या फिर ईटिंग डिसऑर्डर होने की स्थिति में, रोम छिद्र से नए बालों का निकलना कम या बिल्कुल बंद भी हो सकता है।
इस स्थिति की जांच के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट करवाने की सलाह दे सकता है। इससे ये जाना जा सकता है कि शरीर में किस पोषक तत्व की कमी के कारण ये समस्या हो सकती है। इस समस्या के मूल को जानकर भोजन या सप्लीमेंट्स के जरिए कमी को पूरा किया जा सकता है।
लेकिन, यदि कई विटामिन्स की कमी एक साथ हो गई हो तो, डॉक्टर मल्टीविटामिन्स का सेवन करने की सलाह दे सकता है। बालों की हेल्दी ग्रोथ के साथ उन्हें घने और मजबूत रखने के लिए आयरन, फोलिक एसिड और जिंक की आवश्यकता होती है।
हालांकि, मायो क्लीनिक की रिसर्च की अनुसार, शरीर में किसी भी अतिरिक्त विटामिन का सेवन नहीं करना चाहिए। खासतौर पर जब आपको भोजन से पहले से ही आवश्यक पोषक तत्व मिल रहे हैं।
ऐसा इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि ऐसी कोई भी रिसर्च उपलब्ध नहीं है जिसके अनुसार, मल्टीविटामिन्स के सेवन से पतले हो चुके बालों में घनापन वापस लाया जा सके। इसके अलावा, कुछ पोषक तत्वों का बहुत अधिक सेवन करने से वास्तव में फायदे से अधिक नुकसान हो सकते है।
5. फोलिक एसिड सप्लीमेंट्स – फोलिक एसिड, असल में विटामिन बी का ही एक प्रकार है। ये जो नई कोशिकाओं के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है। बालों के पतले होने की समस्या में, फोलिक एसिड रोम छिद्रों में नए बालों की ग्रोथ को बढ़ाने में मदद करता है।
फिर भी, मल्टीविटामिन के रूप में, इस बात के पर्याप्त सबूत नहीं है कि फोलिक एसिड के सेवन से नए उगने वाले बालों की मोटाई अच्छी ही होगी।
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6. बायोटिन – बायोटिन या विटामिन बी-7 पानी में घुलनशील न्यूट्रिएंट है। ये प्राकृतिक रूप से नट्स, दालों और लिवर जैसे भोजन में पाया जाता है। अगर आप संतुलित भोजन कर रहे हैं तो, इस बात के चांस बहुत कम हैं कि आपके शरीर में बायोटिन की कमी पाई जाए।
हालांकि, बीते कुछ सालों में लोगों ने बायोटिन का बड़ी मात्रा में सेवन करना शुरू कर दिया है। मार्केट में इस तरह की भ्रांति बना दी गई है कि, बायोटिन युक्त प्रोडक्ट्स के सेवन से ज्यादा एनर्जी और बालों की बेहतर ग्रोथ को हासिल किया जा सकता है।
हालांकि, बायोटिन शरीर के भीतर मौजूद एंजाइम को तोड़ने में मदद भर करता है। इस संबंध में अधिक रिसर्च भी उपलब्ध नहीं हैं कि, ये बालों को पतले होने से बचाने में किस प्रकार से मदद करता है।
ध्यान रखने योग्य बात ये भी है कि, बायोटिन के साथ कभी भी विटामिन बी-5 सप्लीमेंट्स का सेवन नहीं करना चाहिए। जब इन दोनों का सेवन एक साथ किया जाता है तो ये दूसरे सप्लीमेंट के असर को कम कर देते हैं।
7. ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड्स – ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड को एसेंशियल फैटी एसिड कहा जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हें मानव शरीर द्वारा नहीं बनाया जा सकता है। ओमेगा-3 आपके शरीर को सूजन और जलन से लड़ने में मदद करता है।
ओमेगा-3 की कमी से शरीर में कई तरह की समस्याएं भी हो सकती हैं। समय से पहले बालों के झड़ने का संबंध सूजन से भी हो सकता है।
स्किन की संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ओमेगा-6 में स्कैल्प को हेल्दी बनाए रखने वाले कई तत्व पाए जाते हैं। ये न सिर्फ स्किन बल्कि स्कैल्प को भी हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं।
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प्लांट बेस्ड तेलों जैसे अलसी को मुख्य रूप से ओमेगा -6 का प्राथमिक स्रोत माना जाता है। जबकि मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाए जाते हैं। यदि आप आमतौर पर इन खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करते हैं, तो अपने डॉक्टर से सप्लीमेंट्स लेने के बारे में बात कर सकते हैं।
हालांकि बालों के पतले होने की प्रक्रिया पहले चिंताजनक नहीं लगती है। लेकिन इसकी शुरुआत होते ही हमें सचेत हो जाना चाहिए। ये पूरी तरह से ठीक भी हो सकती है। बालों के पतले होने की समस्या के उपचार में 1 से 3 महीने का समय लग सकता है।
लेकिन, अगर इसके बाद भी लगातार हेयर लॉस का अनुभव हो रहा है तो, शायद समय डॉक्टर या डर्मेटोलॉजिस्ट से बात करने का है। खासतौर पर, उस स्थिति को विशेष रूप से चिंताजनक माना जाना चाहिए, जब पतले बालों के कारण सिर के किसी भी हिस्से की त्वचा नजर आने लगे।
ऐसी किसी भी स्थिति में घरेलू उपचार अपनाने के बजाय डॉक्टर से संपर्क करना ही बेहतर उपाय है। लेकिन अगर स्थिति खराब होने की ओर है और बात हाथ से निकलती दिखे तो ये, एडवांस्ड लेवल एलोपेशिया के लक्षण हो सकते हैं।