बादाम सब से पौष्टिक और पौपुलर नट्स है. बादाम याद्दाश्त तेज करने के साथसाथ शरीर को मजबूत बनाने का काम भी करता है. न्यूट्रीशनिस्ट्स मानते हैं कि बादाम की तुलना में भीगे हुए बादाम का सेवन करना ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि रातभर भिगोने के बाद इस के छिलके में मौजूद टौक्सिक पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और ज्यादातर न्यूट्रिएंट्स हमें मिल जाते हैं. बादाम की तासीर गरम होती है, इसलिए गरमी में बादाम का सीधा सेवन शरीर में गरमी बढ़ा सकता है अर्थात बादाम भिगो कर ही खाएं. हालांकि यह अलगअलग विशेषज्ञों की अलगअलग राय है. इस के अलावा बादाम में कई विटामिंस और मिनरल्स पाए जाते हैं.
आज के समय में बुजुर्गों से ज्यादा कम उम्र के लोगों में दर्द की ये तकलीफ देखी जा सकता है। इस परेशानी को आप अपनी डाइट में अंजीर को शामिल कर दूर कर सकते हैं। कोशिश करें सूखे अंजीर का सेवन करें।
एन्टीऑक्सिडेंट से भरपूर सूखे अंजीर में पानी 80%, कैल्शियम 0.06%, कार्बोहाइड्रेट 63%, फाइबर 2.3%, वसा 0.2%, प्रोटीन 3.5%, क्षार 0.7%, सोडियम, पोटेशियम, तांबा, सल्फर और क्लोरिन पर्याप्त मात्रा में होते हैं।
सूखे अंजीर में कैल्सियम होता है जो हमारे शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। घुटने के दर्द से परेशान रहने वाले लोगों के लिए यह वरदान का काम करता है। दर्द से निजात पाने के लिए रोजाना 3-4 अंजीर का सेवन करें।
अगर आप कमर दर्द से परेशान है तो इसके लिए अंजीर की छाल, सोंठ और धनियां को बराबर मात्रा में लेकर कूट लें और रात को पानी में भिगो दें। सुबह इस पाना को छानकर पी लें। आपको कुछ ही दिनों में दर्द से आराम मिलेगा।
बादाम-अखरोट- बुजुर्ग लोगों के लिए बादाम-अखरोट को एक बेहद सेहतमंद डाइट माना जाता है. हड्डियों को मजबूत बनाने वाला बादाम प्रोटीन और हेल्दी फैट से भरपूर होता है. बादाम के साथ-साथ अखरोट भी डायट्री फाइबर का एक बेशकीमती स्रोत है, जो फैट कंट्रोल करने वाले जीन्स को एक्टिवेट करता है. हमारे ब्रेन फंक्शन के लिए भी ये एक बेहतरीन फूड है. इस उम्र के लोगों को रोजाना करीब 6 से 10 बादाम और 3 से 5 अखरोट जरूर खाने चाहिए. गठिया ,जोड़े का दर्द घर बैठे अभी आर्डर करे Joint pain relief kit करने के लिए क्लिक करें
चुकंदर– चुकंदर में नाइट्रेट नाम का पोषक तत्व पाया जाता है जो धैर्यशक्ति बढ़ाने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने और दिल को सेहतमंद बनाए रखने का काम करता है. इसमें काफी ज्यादा मात्रा में पोटैशियम होता है जो ब्लड प्रेशर को रेगुलेट करने के साथ-साथ शरीर से नमक की अतिरिक्त मात्रा को बाहर करता है.
डाइट के अलावा क्या करें– उम्र के साथ बढ़ता वजन कार्डियोवस्क्युलर डिसीज का खतरा पैदा करता है. इसलिए डाइट के साथ फिजिकल एक्टिविटी का दुरुस्त रहना भी जरूरी है. अपनी फिजिकल स्ट्रेंथ को बढ़ाने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज करें. शराब, सिगरेट से दूरी बनाए रखें. बॉडी को हाइड्रेट रखें और रोजाना 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद लें.
एवोकाडो– आजकल लोगों में कॉलेस्ट्रोल की समस्या काफी बढ़ गई है. इसे नियंत्रित करने के लिए आप हेल्दी फैट से भरपूर एवोकाडो का इस्तेमाल कर सकते हैं. ये ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने के साथ-साथ हृदय रोगों का जोखिम कम करने में बेहद कारगर है. वजन घटाने और इन्फ्लेमेशन की समस्या से राहत पाने के लिए भी ये बड़ा फायदेमंद है.
ब्लूबैरी या स्ट्रॉबैरी– बैरीज को फाइबर का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है, एक ऐसा पोषक तत्व जो हमारे वजन को भी कंट्रोल रखता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स कोशिकाओं के डैमेज होने की समस्या से लेकर स्किन, ब्लैडर, फेफड़े और गले में होने वाले कैंसर के खतरे से बचा जा सकता है. इसे आप सलाद या यॉगर्ट के साथ खा सकते हैं.
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