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डेंगू बुखार मलेरिया की ही तरह मच्छर काटने से फैलता है। मगर बात अगर डेंगू की करें तो इसमें व्यक्ति को एडीज मच्छर काटता है। यह मच्छर बारिश के मौसम या आसपास गंदगी होने के कारण फैलते हैं। इसका बुखार करीब 2 हफ्तों तक रहता है। इस बुखार में व्यक्ति को भले ही सामान्य महसूस हो मगर यह बेहद खतरनाक होता है। इस रोग के बढ़ने या सही समय पर इलाज होने पर मरीज की जान भी जा सकती है। ऐसे में इससे बचने के लिए दवाइयों के साथ अपने आहार का भी खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। तो चलिए जानते हैं कि डेंगू के मरीजों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?
डेंगू के लक्षण – तेज व लगातार सिर में दर्द रहना
शरीर में कमजोरी होने से मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द होना
बुखार रहना
जी मिचलान व उल्टी आने का बार-बार मन होना
त्वचा पर लाल चकत्ते होना
तो चलिए जानते हैं कि डेंगू के मरीजों को किन चीजों का सेवन करना चाहिए…
संतरा – संतरा विटामिन-सी का मुख्य स्रोत है। इसके अलावा सभी जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स मौजूद होते हैं। इसके सेवन से डेंगू के मरीजों को जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है। साथ ही शरीर को सभी पोषक तत्व मिलते हैं।
नारियल पानी – एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर नारियल पानी डेंगू के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। इसके सेवन से शरीर में पानी की कमी पूरी होती है। इससे शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं। डेंगू के मरीजों को ठीक होने के लिए भारी मात्रा में पानी पीने की सलाह दी जाती है। ऐसे में नारियल पानी पीना बेस्ट ऑप्शन है। इसमें मौजूद इलेक्ट्रोलाइट्स तत्व बॉडी में लिक्विड पदार्थों को संतुलित कर विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। ऐसे में शरीर में एनर्जी लेवल बढ़ने के साथ जल्दी रिकवरी होती है।
पालक – पालक में विटामिन, कैल्शियम, आयरन, ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इसके सेवन से इम्यूनिटी स्ट्रांग होने में मदद मिलती है। डेंगू के मरीज इसका सब्जी, सूप आदि की तरह सेवन कर सकते हैं।
अनार – अनार में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी- वायरल गुण होते हैं। इसके सेवन से डेंगू होने पर कम हुई प्लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद मिलती है। शरीर में खून की भी कमी दूर होने के साथ थकान व कमजोरी दूर होने में मदद मिलती है।
ऑयली व मसालेदार खाने से बचें – डेंगू के मरीजों का पाचन तंत्र कमजोर होने से उन्हें ऑयली व मसालेदार भोजन से परहेज़ रखना चाहिए। असल में, जंक व ऑयली फूड में फैट अधिक मात्रा में होता है। इससे कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर बढ़ता है। इसके अलावा ज्यादा मसालेदार भोजन करने से पेट में एसिड बनने लगता है। ऐसे में पाचन तंत्र कमजोर होने के साथ पेट से जुड़ी अन्य समस्याएं होने लगती है।
इन बातों का भी रखें ध्यान – घर के अंदर व बाहर की अच्छे से सफाई करें।
त्वचा को ढककर ही रखें।
कहीं भी पानी जमा होने न दें।
हरी-पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें
ताजे फल खाएं।
भरपूर मात्रा में पानी पीएं।
रोजाना सुबह खुली हवा में योगा करें।
जंक व ऑयली फूड से परहेज़ रखें।
ना करें मैदा युक्त आहार का सेवन – आजकल रात के खाने में पिज्जा और बर्गर जैसी चीजें खूब पसंद की जाती हैं। कहने को इनमें सब्जियां तो होती हैं लेकिन इस तरह के आहार को बनाने में पनीर और मैदे का इस्तेमाल किया जाता है। जो सेहत के लिए सही नहीं है। मैदे की वजह से शरीर में वसा जम जाती है और यही वसा मोटापे का कारण बनती है। जिसका परिणाम उलझन भरी नींद भी हो सकता है।
पुरुषों की कमजोरी मिटाने के देसी तरीके
मूसली काली और सफेद दो तरह की होती है। सफेद मूसली काली मूसली से अधिक गुणकारी होती है और वीर्य को गाढ़ा करने वाली होती है। मूसली का 3-3 ग्राम चूर्ण सुबह और शाम दूध के साथ लेने से वीर्य गाढ़ा होता है और शरीर में काम-उत्तेजना की वृद्धि होती है।
शरीर की शिथिलता को दूर करने के लिए Norogi Safed Musli Capsule बहुत ही कारगर होती है, इससे हर तरह की कमज़ोरी को दूर किया जा सकता है। इसलिए इसका इस्तेमाल बहुत सारी दवाइयों को बनाने के लिए भी किया जाता है। सफेद मूसली के सेवन से आपको कई सारे फायदे देखने को मिल सकते है।
पुरुषों के लिए सफेद मूसली बहुत ही लाभकारी होती है। नोरोगी सफेद मूसली कैप्सूल के सेवन से पुरुषों की शारीरिक कमज़ोरी दूर होती है। नोरोगी सफेद मूसली कैप्सूल को Chlorophytum (क्लोरोफ़ायटम) कहा जाता है। यह एक प्रकार का पौधा है, जिसके अंदर छोटे सफ़ेद फूल होते है। यह विशेष रूप से उन पुरुषों के लिए लाभदायक होती है जिनके वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या कम हो और कामेच्छा कम होती है।
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