पुरुष बांझपन के मामले बढ़ रहे हैं. यह मुख्य रूप से शुक्राणु की कम संख्या या शुक्राणु की गतिशीलता, शुक्राणु के असामान्य आकार या कभी-कभी इसकी पूर्ण अनुपस्थिति के कारण होता है. पुरुष बांझपन उसकी महिला साथी में गर्भवती होने की संभावना को कम करता है. यह अनुमान लगाया गया है कि 100 में से 13 जोड़े कम से कम 12 महीनों की अवधि के लिए गर्भधारण की कोशिश करने के बावजूद गर्भवती नहीं हो सकते हैं. औपचारिक मूल्यांकन और परीक्षण के बाद भी पुरुष बांझपन का निदान किया जाता है. उच्च स्तर के पर्यावरण प्रदूषण के साथ वातावरण में पुरुष बांझपन भी काफी आम है. खराब जीवनशैली, अस्वास्थ्यकर आहार, तनाव और शराब के सेवन से भी पुरुषों में बांझपन का खतरा बढ़ जाता है.
शारीरिक टेस्ट से शुरू होता है. बांझपन विशेषज्ञ रक्त और वीर्य परीक्षण भी कराना चाह सकता है.
इसमें मूल रूप से आपके स्वास्थ्य, सर्जिकल हिस्टरी, बचपन की बीमारियों, वर्तमान स्वास्थ्य समस्याओं, या दवाओं से शुक्राणु के उत्पादन को नुकसान पहुंचाने वाली कई जांच शामिल हैं. कण्ठमाला, मधुमेह और स्टेरॉयड के उपयोग जैसी स्थितियां प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं.
डॉक्टर आपको संभोग के दौरान आपके शरीर के कार्य के बारे में भी पूछ सकते हैं. फिजिकल टेस्ट यह जांच करेगी कि क्या व्यक्ति को उसके लिंग, एपिडीडिमिस, वास डेफेरेंस और अंडकोष में समस्या है.
सेक्स को लेकर अभी भी हमारे समाज में तरह तरह की भ्रांतियां है, लोग इससे जुड़ी किसी भी तरह की समस्या को बताने में शर्माते हैं। यही कारण है कि अपने देश में यौन रोगों से पीड़ित मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है क्योंकि अधिकांश लोग इसका इलाज ही नहीं करवाते। सेक्स पावर में कमी भी ऐसी ही एक समस्या है जिसके बारे में लोगों को पूरी जानकारी नहीं है
सेक्स पावर क्या है? :
सेक्स करने के लिए बहुत अधिक उर्जा की आवश्यकता पड़ती है और इसी उर्जा को सेक्स पावर कहा जाता है। एक शोध के अनुसार डेढ़ किलोमीटर दौड़ लगाने में जितनी उर्जा खर्च होती है उतनी उर्जा आप एक बार सेक्स करने में खर्च कर देते हैं। वास्तव में सेक्स पॉवर में कमी से मतलब यह है कि सेक्स के दौरान आप अपनी क्षमता के अनुसार सेक्स नहीं कर पा रहे हैं या कुछ ही मिनटों में बुरी तरह थक जा रहे हैं।
सेक्स क्षमता में कमजोरी के कारण : वास्तव में सेक्स के समय कमजोरी महसूस करना शारीरिक से ज्यादा एक मानसिक समस्या है। लोगों में सेक्स से जुड़ी इतनी अधिक ग़लतफ़हमी है कि वे सेक्स के दौरान अपने लिंग के साइज़, सेक्स की अवधि आदि चीजों के बारे में ज्यादा सोचने लगते हैं और इस वजह से वे ठीक ढंग से सेक्स नहीं कर पाते हैं। ऐसा भी नहीं है कि यह पूरी तरह एक मानसिक समस्या है, कई ऐसी बीमारियां भी है जिनके होने से आपकी सेक्स क्षमता कमजोर पड़ सकती है।
अगर आप भी दिन भर इंटरनेट पर सेक्स पावर बढ़ाने के घरेलू उपचार या मर्दाना ताकत बढ़ाने वाली दवाएं ऐसी जड़ी बूटियों का सेवन करें जो यौनशक्ति वर्धक हों और शारीरिक क्षमता बढ़ाती हों। इन औषधियों का सेवन सीमित मात्रा में करने से कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता है।
डाइट बेहतर करें, धूप में रहने दें
रिसर्च में यह बात सामने आई है कि बच्चों को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी नहीं मिली। विटामिन डी की कमी पूरा करने के लिए इमरजेंसी में सप्लीमेंट दे सकते हैं मगर उससे अच्छा है कि बच्चों की डाइट बेहतर करें। सबसे अधिक जरूरी धूप है। कम से कम 45 मिनट उसे रोजाना सुबह की धूप दें। धूप में ही सुबह होम वर्क कराएं और उसे खेलने दें।
– प्रो. अरुण कुमार आर्या, बाल रोग विभाग जीएसवीएम
इस तरह हुआ रिसर्च
-120 बच्चे शामिल किए
-0-5 साल के बच्चे रिसर्च में लिए गए
-03 साल तक बच्चों की मॉनीटरिंग
-60 बच्चे दिखने में सामान्य स्वस्थ थे
-60 बच्चे कुपोषित और अति कुपोषित थे
यह रहा रिजल्ट
-30 फीसदी सामान्य दिखने वाले बच्चों में विटामिन डी की मात्रा बेहद कम
-विटामिन डी की मात्रा 70 फीसदी कुपोषित बच्चों में सामान्य से बेहद न्यूनतम स्तर पर मिली
-90 फीसदी अति कुपोषित यानी सीवियर एक्यूट मेलन्यूट्रीशन यानी सैम बच्चों में कम थी विटामिन डी