आज बड़े हों या बच्चे, आप किसी का भी विटामिन डी की जाँच करा लीजिए वह काफी कम मात्रा में पाई जाती है और इसी के चलते थकान बनी रहना, मांसपेशियों का कमजोर होना या फिर अन्य स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें पैदा होती हैं। हमारे यहाँ एक और धारणा यह बन गयी है कि हम यदि धूप में निकलेंगे तो काले हो जाएंगे, सौंदर्य के प्रति इसी चिंता ने स्वास्थ्य को सर्वाधिक प्रभावित किया है। इसके अलावा हम पतले और छरहरे दिखने की चाह में सोशल मीडिया पर आयी किसी पोस्ट या अपनी मनमर्जी से अपना डाइट चार्ट प्लान कर लेते हैं जबकि जरूरत डाइटिशियन से मिलकर अपने स्वास्थ्य के मुताबिक डाइट चार्ट बनवाने की है।
विटामिन डी हमारे शरीर को कई रोगों से निजात दिलाने में भी मदद करता है। लेकिन जब शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है तो यह व्यक्ति के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि लगातार इसके लक्षणों पर नज़र बनाए रखें ताकि इसकी कमी को पहचाना जा सके। आइए जानते हैं विटामिन डी की कमी होने के लक्षण क्या हैं और इसकी कमी हो जाने से स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है-
मोटापा बढ़ने के साथ ही, शरीर में विटामिन डी का स्तर कम होता जाता है।
-जिन महिलाओं के शरीर में विटामिन डी की कमी होती है, वो उदास रहने के अलावा तनाव में भी रहती हैं।
-अगर आप शारीरिक श्रम कर रहे हैं तो पसीना आना स्वाभाविक है लेकिन बिना किसी श्रम के ही आपको बहुत पसीना आ रहा है तो यह बात सामान्य नहीं है। ऐसे में आपको अपने विटामिन डी के स्तर की जाँच जरूर करानी चाहिए।
-यदि हड्डियों में दर्द की समस्या हो तब यह विटामिन डी के लक्षणों में से एक है।
-विटामिन डी की कमी के कारण आपका इम्युनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है जिससे आप जल्दी जल्दी बीमार पड़ते हैं और मौसम के बदलाव के दौरान सक्रिय रहने वाले वायरसों की चपेट में भी आते हैं।
-विटामिन डी की कमी होने के कारण, शरीर में एनर्जी लेवल कम हो जाता है और सारा दिन थकावट महसूस होती है तथा किसी काम में मन नहीं लगता है।
-शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर आप समय से पहले वृद्ध दिखाई देने लगेंगे। चेहरे और हाथों में झुर्रियां पड़ने लग जाती हैं।
-विटामिन डी की कमी होने के कारण आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
-विटामिन डी की कमी होने से कई बार पाचन संबंधी परेशानियां भी होने लगती हैं।
-विटामिन डी की कमी के कारण, मसूड़ों संबंधी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
विटामिन डी की कमी इन चीजों से पूरी की जा सकती है
-विटामिन डी3- सूर्य की रोशनी विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। इसके लिए एकदम सुबह की धूप सही रहती है। इससे चर्म रोग का खतरा भी कम होता है।
-सॉल्मन और टुना फिश खाने से विटामिन डी की कमी पूरी हो जाती है।
-अगर आपको मछली नहीं खा सकते हैं तो अंडे को डाइट में शामिल करें। अंडे का पीला भाग जरूर खाएं।
-डेयरी प्रोडक्ट्स से विटामिन डी की कमी पूरी होती है। इसके लिए दूध, गाय का दूध, पनीर, दही, मक्खन, छाछ आदि का सेवन करें।
-बच्चों को दूध जिस समय पीने के लिए दें उसी समय उबालें और ठंडा कर के दें। अकसर देखा जाता है कि दूध में से मलाई निकाल कर दूध गरम किया जाता है और उसे पीने के लिए दिया जाता है। मलाई निकाल लिये जाने से दूध उतना स्वास्थ्यप्रद नहीं रह जाता।
-कॉड लिवर में भी विटामिन डी भरपूर मात्रा होता है। इससे हड्डियों की कमजोरी दूर होती है।
-विटामिन डी की कमी होने पर गाजर खाना भी फायदेमंद होता है। गाजर का जूस पी सकें तो और बेहतर होगा।
-इसके अलावा अपने आहार में सोया उत्पाद शामिल करें। सोया दूध का सेवन बहुत अच्छा रहता है।
-मशरुम और मखाने का सेवन करें।
इन चीजों के सेवन से दूर रहना आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होगा-
-तले वसायुक्त आहार, ज्यादा शक्कर वाले खाद्य उत्पादों से बचें।
-जंक फूड और बाजार में मिलने वाले शीतल पेयों का सेवन करने से बचें।
-कैफीन का प्रयोग सीमित करें। कैफीन विटामिन D के अवशोषण में अवरोध उत्पन्न करता है।
विटामिन डी वसा-घुलनशील प्रो-हार्मोन का एक समूह होता है। इसके दो प्रमुख रूप हैं: विटामिन डी2 (या अर्गोकेलसीफेरोल) एवं विटामिन डी3 (या कोलेकेलसीफेरोल)। त्वचा जब धूप के संपर्क में आती है तो शरीर में विटामिन डी निर्माण की प्रक्रिया आरंभ होती है। यह मछलियों में भी पाया जाता है। विटामिन डी की मदद से कैल्शियम को शरीर में बनाए रखने में मदद मिलती है जो हड्डियों की मजबूती के लिए अत्यावश्यक होता है। इसके अभाव में हड्डियां कमजोर होती हैं व टूट भी सकती हैं। विटामिन डी कैंसर, क्षय रोग जैसे रोगों से भी बचाव करता है।
विटामिन डी का यह होता है मुख्य कार्य
विटामिन डी शरीर की टी-कोशिकाओं की क्रियाविधि में वृद्धि करता है, जो किसी भी बाहरी संक्रमण से शरीर की रक्षा करती हैं। इसकी मानव प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मुख्य भूमिका होती है और इसकी पर्याप्त मात्रा के बिना प्रतिरक्षा प्रणाली की टी-कोशिकाएं बाहरी संक्रमण पर प्रतिक्रिया देने में असमर्थ रहती हैं। टी-कोशिकाएं सक्रिय होने के लिए विटामिन डी पर निर्भर रहती हैं। जब भी किसी टी-कोशिका का किसी बाहरी संक्रमण से सामना होता है, यह विटामिन डी की उपलब्धता के लिए एक संकेत भेजती है। इसलिये टी-कोशिकाओं को सक्रिय होने के लिए भी विटामिन डी आवश्यक होता है। यदि इन कोशिकाओं को रक्त में पर्याप्त विटामिन डी नहीं मिलता, तो वे चलना भी शुरू नहीं करतीं हैं।
फ्री आयुर्वेदिक हेल्थ टिप्स Telegram ग्रुप जॉइन करने के लिए click करें
https://t.me/joinchat/VirKND8_mGUb8i5N
डॉ नुस्खे सुपारी पाक के उपयोगी भाग डॉ नुस्खे सुपारी पाक का प्रयोग इस तरह किया जा सकता हैः-
-
डॉ नुस्खे सुपारी पाक का फूल
-
डॉ नुस्खे सुपारी पाक का चूर्ण
-
डॉ नुस्खे सुपारी पाक फल
-
डॉ नुस्खे सुपारी पाक के पत्ते
आप डॉ नुस्खे सुपारी पाक का इस्तेमाल कैसे करें? सुपारी पाक का इस्तेमाल निम्न मात्रा में कर सकते हैंः-
- फूल का चूर्ण- 5-6 ग्राम
- फल का काढ़ा- 10-20 मिली
- पेस्ट- 10-12 ग्राम
अगर आप डॉ नुस्खे सुपारी पाक के प्रयोग से रोगों में लाभ लेना चाहते हैं, तो बेहतर परिणाम के लिए सुपारी पाक का इस्तेमाल करें।
जीरे में आयरन भरपूर मात्रा में होता है जिससे यह खून की कमी यानी एनीमिया को दुरुस्त करता है और रक्त में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता है।
घर बैठे डॉ नुस्खे सुपारी पाक आर्डर करने के लिए दिए हुए लिंक पर क्लिक करे
https://norogi.com/product/dr-nuskhe-supari-pak-200-gm-21652975906-MY19ET84
नपुंसकता, शीघ्रपतन, योवनशक्ति की कमी आदि में गुणकारी व लाभदायीं है। यह औषधि वीर्य को गाड़ा करने के साथ स्वपन दोष को दूर करती है। ।
ये औषधि अपने जीवन साथी को वैवाहिक जीवन का भरपुर आंनद देती हे। मात्र 1198rs 500gm कामदेव चूर्ण पूरे भारत में delivery घर बैठे ऑर्डर करने के लिए click करें
https://norogi.com/product/dr-nuskhe-kamdev-churna-500gm-21652975905-MY19TP80
घर बैठे Dr. Breast Plus kit ऑर्डर करने के लिए क्लिक करें
वजन बढ़ाने की आयुर्वेदिक और हर्बल दवा ( *Dr. Nuskhe Weh-On WeightGainer*) घर बैठे पाने के लिए लिंक पर क्लिक करें
https://norogi.com/product/dr-nuskhe-weh-on-500gm-21652975907-MY19MV55
नपुंसकता, शीघ्रपतन, योवनशक्ति की कमी आदि में गुणकारी व लाभदायीं है। यह औषधि वीर्य को गाड़ा करने के साथ स्वपन दोष को दूर करती है। ।
ये औषधि अपने जीवन साथी को वैवाहिक जीवन का भरपुर आंनद देती हे। मात्र 1198rs 500gm कामदेव चूर्ण पूरे भारत में delivery घर बैठे ऑर्डर करने के लिए click करें
https://norogi.com/product/dr-nuskhe-kamdev-churna-500gm-21652975905-MY19TP80
पुरुषों की कमजोरी मिटाने के देसी तरीके
मूसली काली और सफेद दो तरह की होती है। सफेद मूसली काली मूसली से अधिक गुणकारी होती है और वीर्य को गाढ़ा करने वाली होती है। मूसली का 3-3 ग्राम चूर्ण सुबह और शाम दूध के साथ लेने से वीर्य गाढ़ा होता है और शरीर में काम-उत्तेजना की वृद्धि होती है।
शरीर की शिथिलता को दूर करने के लिए Norogi Safed Musli Capsule बहुत ही कारगर होती है, इससे हर तरह की कमज़ोरी को दूर किया जा सकता है। इसलिए इसका इस्तेमाल बहुत सारी दवाइयों को बनाने के लिए भी किया जाता है। सफेद मूसली के सेवन से आपको कई सारे फायदे देखने को मिल सकते है।
पुरुषों के लिए सफेद मूसली बहुत ही लाभकारी होती है। नोरोगी सफेद मूसली कैप्सूल के सेवन से पुरुषों की शारीरिक कमज़ोरी दूर होती है। नोरोगी सफेद मूसली कैप्सूल को Chlorophytum (क्लोरोफ़ायटम) कहा जाता है। यह एक प्रकार का पौधा है, जिसके अंदर छोटे सफ़ेद फूल होते है। यह विशेष रूप से उन पुरुषों के लिए लाभदायक होती है जिनके वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या कम हो और कामेच्छा कम होती है।
https://norogi.com/product/norogi-safed-musali-capsule-60-capsules-21652975907-MY19HE97