रागी के फायदे और उपयोग

बेहतर स्वास्थ्य के लिए साग-सब्जियों के साथ अनाज का सेवन भी जरूरी होता है। अनाज का सेवन शरीर को जरूरी पोषण देने के साथ-साथ कई बीमारियों से बचाए रखने में मदद सकता है। वहीं, जब बात अनाज की हो, तो रागी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। वहीं, कई अध्ययनों में सेहत के लिए रागी को फायदेमंद पाया गया है। यही वजह है कि इस लेख में हम रागी खाने के फायदे बताने जा रहे हैं। यहां आप विभिन्न शारीरिक समस्याओं पर रागी के लाभ जान पाएंगे। साथ ही इस लेख में रोगी का उपयोग  किन-किन तरीकों से किया जा सकता है, यह भी बताया गया है। इसके अलावा, लेख में रागी के नुकसान भी बताए गए हैं।

विषय सूची

रागी क्‍या है?

रागी, भारत के साथ-साथ अफ्रीका की विभिन्न जगहों में उगाया जाने वाला एक मुख्य अनाज है। इसका वैज्ञानिक नाम एलुसीन कोरकाना है। यह भारत के प्रमुख अनाजों में से एक है। इसका उत्पादन भारत में सबसे अधिक कर्नाटक राज्य में किया जाता है। इसे कई अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है जैसे – हिंदी में रागी/मंडुआ / मंगल और तमिल में केझवारगु। वहीं, कन्नड और तेलुगु में भी इसे रागी ही कहा जाता है। यह फाइबर, प्रोटीन, पोटेशियम और कैल्शियम जैसे कई जरूरी पोषक तत्वों से समृद्ध होता है। लेख में आगे इसके स्वास्थ्य फायदों को विस्तार से बताया गया है।

फ्री आयुर्वेदिक हेल्थ टिप्स ग्रुप जॉइन करने के लिए click करें

https://www.facebook.com/groups/guptrogonkailaj

कब्ज, पेट गैस, खाना नहीं पाचन, खराब पाचनतंत्र को ठीक करने की आयुर्वेदिक औषधि Dr Nuskhe Kabj upchar kit ऑर्डर करने के लिए लिंक पर क्लिक करें

आगे विस्तार से जानिए स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़े रागी के लाभ

रागी के फायदे 

लेख के इस भाग में विभिन्न शारीरिक समस्याओं पर रागी खाने के फायदे क्रमवार बताए गए हैं। वहीं, इस बात का ध्यान रखें कि रागी का सेवन किसी भी शारीरिक समस्या का इलाज नहीं है। इसका सेवन केवल शारीरिक समस्याओं से बचाव के लिए और एक स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ के रूप में किया जा सकता है।

1. एंटीऑक्सीडेंट

रागी के फायदे की अगर बात की जाए, तो यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भी भरपूर होता है। दरअसल, रागी में टैनिन, पॉलीफेनोल्स और फ्लेवनॉइड्स जैसे कई फेनॉलिक कंपाउंड पाए जाते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव प्रदर्शित कर सकते हैं। वहीं, एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव फ्री रैडिकल की वजह से होने वाले हृदय रोग, एजिंग की समस्या और गठिया के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। ऐसे मेंएंटीऑक्सीडेंट खाद्य पदार्थों में शामिल रोगी का सेवन लाभकारी साबित हो सकता है।

2. एंटी-इंफ्लेमेटरी

सूजन से जुड़ी समस्याओं में रागी खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल, रागी में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव पाया जाता है और यह प्रभाव सूजन से जुड़ी समस्याओं (जैसे मधुमेह, गठिया, एलर्जी, हृदय रोग आदि) के लिए उपयोगी हो सकता है। ऐसे में सूजन के प्रभाव को कम करने के लिए रागी को दैनिक आहार का हिस्सा बनाया जा सकता है।

मधुमेह की समस्या की अगर बात की जाए, तो रागी को डायबिटीज डाइट में शामिल किया जा सकता है। दरअसल, एक शोध में इसके में एंटी-डायबिटिक गुण के विषय में पता चलता है, जो टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। वहीं, यह एक लो ग्लाइसेमिक खाद्य पदार्थ है, जो ब्लड ग्लूकोज को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। ऐसे में रागी को डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद माना जा सकता है।

कैंसर से बचाव में रागी कुछ हद तक मददगार हो सकता है। दरअसल, रागी में कुछ जरूरी एमिनो एसिड जैसे – मेथिओनाइन, सिस्टीन और लायसिन मौजूद होते हैं, जो कैंसर से बचाव में सहायक हो सकते हैं।  इतना ही नहीं, इसमें मौजूद डायटरी फाइबर भी कैंसर से बचाव में मदद कर सकता है।

शक्ति मंत्र कंपाउंड में ऐसी जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करा गया है जो पुरुषो की उत्तेजना को बढ़ता है और तनाव बनाये रखता है ।साथ ही यह स्टैमिना बढ़ता है , जोश बढ़ता है,शरीर को मजबूती प्रदान करता है , चुस्ती बनाये रखता है।शक्ति मंत्र कंपाउंड घर बैठे अभी प्राप्त करने के लिए दिए हुए लिंक पर क्लिक करे या कॉल करे 7455896433
5. वजन कम करने के लिए रागी

रागी के फायदे की अगर बात की जाए, तो यहवेट लॉस डाइट का हिस्सा भी बन सकता है। इससे जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि रागी का उपयोग वजन को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। दरअसल, इसमें ट्रिप्टोफैन नामक एमिनो एसिड पाया जाता है, जो भूख को कम कर वजन को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। इसके अलावा, शोध में जिक्र मिलता है कि रागी एक हाई फाइबर युक्त आहार है, जो मोटापे के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि, रागी के साथ-साथ नियमित व्यायाम भी आवश्यक है।

अगर आप भी मोटापे से छुटकारा पाना चाहते है से परेशान तो आज ही नीचे दिए लिंक को क्लिक करें और पायें आकर्षक फिगर ✍✍
मोटापे को जड़ से खत्म करने की आयुर्वेदिक?? उपचार किट ऑर्डर करने के लिए क्लिक✍ करेंघर बैठे 50 दिन की 100% आयुर्वेदिक बिना साइड इफेक्ट के Dr Nuskhe Weight loss Kit ऑर्डर करने के लिए click करें पूरे भारत में delivery

https://www.stay18.com/product/dr-nuskhe-weight-loss-kit/

6. कोलेस्ट्रॉल के लिए रागी

रागी के फायदे की बात की जाए, तो यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी सहायक हो सकता है। कोलेस्ट्रॉल मोम जैसा पदार्थ है, जो शरीर की कोशिकाओं में मौजूद होता है। मनुष्य के शरीर को सही तरीके से काम करने के लिए कोलेस्ट्रॉल की भी आवश्यकता होती है। हालांकि, अगर शरीर मेंकोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा हो जाए, तो हृदय रोग का जोखिम बढ़ सकता है। ऐसे में कोलेस्ट्रॉल कम करने के डाइट में रागी को शामिल करना उचित विकल्प हो सकता है। इसमें मौजूद फायटिक एसिड और डाइटरी फाइबर कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक हो सकते हैं।

7. प्रोटीन

शरीर के लिए कई पोषक तत्व जरूरी होते हैं और प्रोटीन भी उन्हीं आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है। मांसपेशियों और हड्डियों को बनाने और उन्हें स्वस्थ रखने में प्रोटीन की अहम भूमिका होती है। इसके अलावा, प्रोटीन शरीर को ऊर्जा प्रदान करने का काम भी करता है। ऐसे में शरीर को जरूरी प्रोटीन देने के लिए अपनेप्रोटीन युक्त डाइट में रागी को शामिल कर सकते हैं। रागी में भरपूर मात्रा में प्रोटीन मौजूद होता है, जिस कारण इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है।

आयुर्वेदिक Dr Nuskhe Roko-G capsule💊 से 👇 एक महीने तक दूध के साथ सेवन करने से लिंग पत्थर की तरह मजबूत बनाता हे घर बैठे ऑर्डर करने के लिए क्लिक👇 करें
https://www.rokog.com

 

9. हृदय के लिए

रागी का सेवन हृदय को स्वस्थ रखने के लिए भी किया जा सकता है। दरअसल, रागी में आयरन और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो हार्ट अटैक के जोखिम को कुछ हद तक कम कर सकते हैं। इसके अलावा, यह कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करके भी इनसे होने वाले हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है। ऐसे में हृदय को स्वस्थ रखने के लिए रागी को आहार में शामिल किया जा सकता है।

महिलाओं की सफेद पानी की समस्या, मासिक धर्म, अंडे नहीं बनने, कमर दर्द की आयुर्वेदिक दवा किट घर बैठे ऑर्डर करने के लिए क्लिक करें

शहद, नींबू और इलायची का मिश्रण
आधा चम्मच शहद में एक चुटकी इलायची पाउडर और कुछ बूंद नींबू के रस की बूंदे डालिए। इस सिरप का दिन में 2 बार सेवन करें। आपको खांसी-जुकाम से काफी राहत मिलेगी।
10. त्वचा के लिए रागी

रागी के फायदे सिर्फ सेहत के लिए ही नहीं, बल्कि त्वचा के लिए भी हैं। दरअसल, रागी में मौजूद फेरुलिक एसिड यूवी विकिरणों की वजह से होने वाली त्वचा की क्षति से बचाव कर सकता है। इतना ही नहीं, इसमें एंटी-एजिंग गुण भी मौजूद  होता है, जिस कारण यह वक्त से पहले त्वचा पर एजिंग के प्रभाव को कम कर सकता है। रागी का उपयोग फेस मास्क के तौर पर किया जा सकता है।

घरेलु नुस्खे ?????आयुर्वेदिक नुस्खा
??? ??
स्तन की मसाज के लिए अगर डॉ. नुस्खे Breast Plus तेल की बात करें तो ये महिलाओं के लिए संजीवनी से कम नहीं क्योंकि ये स्तन को सुडौल और आकर्षक फिगर प्रदान करने में लाभदायक है। मसाज करने से महिलाओं को काफी आनंद? मिलता है इससे उनकी थकान उतरती है पुरुष के साथ अधिक उत्साहित होकर वो अधिक देर तक आनंद सुख प्राप्त करती है । घर बैठे Dr. Breast Plus kit ऑर्डर करने के लिए क्लिक? करें

महिलाओं के स्तन टाइट और उपयुक्त आकर पाने की डॉ नुस्खे ब्रेस्ट किट घर बैठे ऑर्डर करने के लिए click करें

https://www.stay18.com/product/dr-nuskhe-breast-care-kit/

 

पौष्टिक तत्वों की जानकारी

अब जानते हैं रागी के पौष्टिक तत्वों के बारे में।

रागी के पौष्टिक तत्व 

रागी के फायदे तो आप जान ही चुके हैं। अब बारी आती है रागी के पौष्टिक तत्वों के बारे में जानकारी हासिल करने की। नीचे जानिए रागी में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में:

पोषक तत्व मात्रा प्रति 100 ग्राम
प्रोटीन 7.7 ग्राम
फैट 1.8 ग्राम
फाइबर 15-22.0 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट 75.0 – 83.3 ग्राम
फास्फोरस 130-250.0 मिलीग्राम
पोटेशियम 430-490 मिलीग्राम
मैग्नीशियम  78-201 मिलीग्राम
कैल्शियम 398 मिलीग्राम
सोडियम 49 मिलीग्राम
जिंक 2.3 मिलीग्राम
आयरन 3.3-14.89 मिलीग्राम
मैंगनीज  17.61-48.43 मिलीग्राम
कॉपर 0.47 मिलीग्राम

आगे पढ़ें

अब जानते हैं रागी के उपयोग से जुड़ी बातें।

रागी का उपयोग 

रागी के फायदे जानने के बाद जाहिर सी बात है कि आप इसका उपयोग भी जरूर करना चाहेंगे। ऐसे में लेख के इस भाग में हम रागी के उपयोग से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। तो कुछ इस प्रकार करें रागी का उपयोग :

(डॉ. नुस्खे )
Delhi 7455896433
डॉ नुस्खे अश्वगंधा रोज़ाना सुबह शाम 1-1 चमच्च दूध के साथ खाए और अपनी ताकत, immunity बढ़ाएं
डॉ नुस्खे अश्वगंधा आर्डर करने के लिए लिंक पर क्लिक करें या WhatsApp 7455-896-433 और पाएं पूरे भारत में डिलीवरी 

सेवन का तरीका : आधा चम्मच अश्वगंधा चूर्ण लें और उसे शहद या दूध के साथ मिलाकर दिन में दो बार  खाने के बाद इसका सेवन करें.

अर्जुन पेड़ की सफेद छाल का पाउडर बनाकर उसे दूध में मिलाकर रात में सेवन भी कामेच्छा बढ़ाने में मददगार है। यह पाउडर किसी भी आयुर्वेदिक दवा की दुकान पर उपलबध होता है।

आयुर्वेदिक चाय से अपनी संभोग शक्ति बढ़ाने के लिए
Dr Nuskhe Sxont घर बैठे ऑर्डर करने के लिए click करें https://www.amazon.in/dp/B08THMYR3F?ref=myi_title_dp

तमाम औषधीय गुणों से युक्त नीम के पत्ते, छाल, टहनी और फलों का कई तरीके से इस्तेमाल किया जाता है। नीम के पत्तों में अनेकों औषधीय गुण पाए जाते हैं। नीम के पत्तों का इस्तेमाल त्वचा संबंधी विकार जैसे एलर्जी, दाद और कुष्ठ रोग में भी किया जाता है। नीम के पत्ते आंख, नाक, भूख से जुड़ी समस्या, आंतों के कीड़ों की दिक्कत, ह्रदय से जुड़ी बीमारियों और बुखार जैसी स्थिति में बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। नीम के पत्तों के कुछ प्रमुख फायदे इस प्रकार से हैं।

ankit1985

Loading...

Next Post

जायफल है औषधीय गुणों की खान

Mon Mar 15 , 2021
आजकल सर्दी-जुकाम जैसी साधारण बीमारियों के लिए भी हम काफी परेशान हो जाते हैं और डॉक्टर के यहां दौड़े-दौड़े चले जाते हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि हमारे किचन में जो चीजें मौजूद हैं, उनके गुणों के बारे में हमें नहीं पता। आज बात करते हैं प्रकृति के अनुपम […]
Loading...

Breaking News

Loading...