सेहतमंद रहने के लिए वजन कंट्रोल होना बहुत जरूरी है। नहीं तो डायबिटीज, दिल, सांस संबंधी व अन्य बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बढ़ता है। साथ ही मोटापे से पर्सनैलिटी भी खराब नजर आती है। वैसे तो वजन कम करने के लिए बहुत से लोग हैवी वर्कआउट व डाइटिंग का सहारा लेते हैं। मगर आप अपनी डेली डाइट में सिर्फ 4 चीजों को शामिल करके भी इसे कंट्रोल कर सकते हैं।
नारियल पानी
नारियल पानी फाइबर, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स , अमीनो एसिड, एंटी ऑक्सीडेंट्स आदि गुणों से भरपूर होता है। रोजाना सुबह खाली पेट इसका सेवन से पाचन दुरुस्त होने के साथ शरीर में मौजूद गंदगी बाहर निकलती है। ऐसे में वजन कंट्रोल रहने में मदद मिलती है। ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहने के साथ शरीर हाइड्रेटेड रहता है।
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नींबू पानी
नींबू विटामिन सी का उचित स्त्रोत माना जाता है। इसके अलावा इसमें विटामिन ए, बी, पोटेशियम, लोहा, सोडियम, तांबा, फास्फोरस प्रोटीन, साइट्रिक एसिड, एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं। रोजाना सुबह खाली पेट गुनगुने पानी नींबू का रस मिलाकर पीना फायदेमंद होता है। यह शरीर में मौजूद गंदगी दूर करके वजन कंट्रोल करने में मदद करता है। पेट की अच्छे से सफाई होने के साथ इम्यूनिटी बूस्ट होती है। ऐसे में मौसमी व अन्य बीमारियों से बचाव रहता है। शरीर में पानी की कमी पूरी होने के साथ दिनभर फ्रेश फील होने में मदद मिलती है।
(डॉ. नुस्खे )
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ड्राई फ्रूट्स
वजन घटाने के लिए आप ड्राई फ्रूट्स यानी सूखे मेवे अपनी डेली डाइट में शामिल कर सकते हैं। ये पोषक तत्व व एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। ऐसे में आप रोजाना 1 मुट्ठी बादाम, काजू, अखरोट, किशमिश, पिस्ता आदि का सेवन कर सकते हैं। इससे लंबे समय तक पेट भरा रहने से वजन कम होने में मदद मिलेगी। साथ ही इम्यूनिटी बूस्ट होने मौसमी व अन्य बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कम होगा।
पनीर
पनीर में कैल्शियम, विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, फॉस्फोरस, मिनरल्स आदि गुण होते हैं। साथ ही इसका सेवन करने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है। ऐसे में ओवर ईटिंग की परेशानी से बचाव रहता है। ऐसे में बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए इसका सेवन करना फायदेमंद है।
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-इसके साथ ही आप सुबह से ही टेबल बना लें कि आज आपको कौन-से जरूरी काम करने हैं। ताकि काम का तनाव आप पर हावी ना हो। साथ ही आप अपनी प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए काम करते चले जाएं। इससे शाम के समय आप अपने आप में बहुत अच्छा अनुभव करेंगे।सुबह फ्रेश होने के फायदे – सुबह के वक्त पेट साफ होने से स्वास्थ्य को विशेष लाभ मिलते हैं, जैसे शरीर में हल्कापन और स्फूर्ति रहती है, मन प्रसन्न रहता है और आप दिनभर खुद को ऊर्जावान अनुभव करते हैं। आप अपने कार्यों से बेहतर परिणाम प्राप्त कर पाते हैं क्योंकि इस स्थिति में आपका फोकस बढ़ा हुआ होता है।तैल मर्दन के लाभ – हर दिन प्रयास करें कि स्नान करने से पहले अपने शरीर पर तेल की सरसों तेल से मालिश जरूर कर लें। कम से कम 15 से 20 मिनट मसाज करें। मालिश और नहाने के बीच 10 मिनट का गैप रखें।
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-बहुत अच्छा रहेगा अगर आप मालिश के लिए कुछ और समय निकाल पाएं। नहीं तो हमारी यंग और सुपर बिजी जनरेशन के लिए कम से कम समय ही हमने सुझाया है।योगासन और व्यायाम – तेल मालिश के बाद आपको कुछ समय योगासन के लिए निकालना चाहिए। अगर संभव ना हो तो मालिश के कम से कम 10 मिनट बाद स्नान करें। यदि आपके पास समय है तो कम से कम 30 मिनट तक योगाभ्यास करें और फिर 30 मिनट का अंतराल लेकर स्नान करें।आपका मन और आशाएं – सभी अलग-अलग कार्यक्षेत्रों से जुड़े होते हैं, ऐसे में सभी अपने-अपने क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आपका मन और ध्यान एक साथ काम करे।
-मन और ध्यान को एक साथ लगाने के लिए ईश्वर के सामने हाथ जरूर जोड़ें। या आप जिस भी धर्म को मानते हैं, उसके अनुसार ईश्वर को प्रणाम करें।
शुद्ध और पोष्टिक अल्पाहार – आप जिसे नाश्ता या ब्रेकफास्ट कहते हैं, वह अल्पाहार है। अर्थात अल्प-आहार। कभी भी सुबह के समय कभी भी इतना अधिक ना खाएं कि आपको ऊर्जा मिलने की जगह सुस्ती आने लगे।
-साथ ही आपका अल्पाहार ऐसा होना चाहिए, जो तासीर में हल्का लेकिन आपको ऊर्जा देनेवाला हो। आप दलिया, बेसन का चिल्ला, सूजी से बनी चीजें नाश्ते में खा सकते हैं।काम को मन लगाकर करें – आप अपने काम में अच्छे परिणाम चाहते हैं या कहिए कि अपनी प्रॉडक्टिविटी बढ़ाना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप अपने मन को केंद्रित रखें। अनावश्यक विचारों से बचें। मोबाइल आपका ध्यान भटकाने का काम करता है। संभव हो तो इसे साइलंट मोड पर रखें।
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दोपहर में क्या खाएं – भोजन खाते समय इस बात का ध्यान रखें कि कौन-सी सब्जी और दाल किस मौसम में खाना उचित है। जैसे, इस मौसम में आपको मसूर की दाल नहीं खानी चाहिए जबकि मूंग दाल, दालमखनी, चने की दाल और अहर की दाल का सेवन प्रचुर मात्रा में करना चाहिए।
-दोपहर के वक्त भोजन में सीमित मात्रा में चावल का सेवन अवश्य करें। इससे आपको बदलते मौसम में शरीर का तापमान नियंत्रित करने में सहायता मिलेगी। आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी।-इस बात का विशेष ध्यान रखें कि रात के समय आपको चावल नहीं खाने हैं, साथ ही ऊपर बताई गई दालों में से आप रात के समय केवल मूंग दाल का सेवन कर सकते हैं, अन्य किसी दाल का नहीं।शुद्ध नीम का तेल बालो,चरम रोग, नपुंसकता, योनि विकार अदि के लिए उपयोगी. हफ़्तों में योन की समस्या की आयुर्वेदिक उपचार Dr.Nuskhe Neem oil ऑर्डर करने के लिए क्लिक करे 7455896433https://chatwith.io/s/600914666c120
रात का भोजन हो हल्का और पाचक – आयुर्वेदाचार्य का कहना है कि रात का भोजन आपको हल्का और सुपाच्य लेना चाहिए। अर्थात ऐसा भोजन जिसके पाचन में बहुत समय ना लगता हो।
-साथ ही रात को भोजन करने के तुरंत बाद सोने नहीं जाना चाहिए। कुछ देर घर में ही हल्के कदमों से चहलकदमी करनी चाहिए। प्रयास करें कि सोने से कम से कम दो घंटे पहले रात का भोजन कर लें। इन बातों को अपनाकर आप अपने बढ़ते हुए पेट को नियंत्रित कर सकते हैं।शरीर के साथ मन भी शांत हो – सोने जाते वक्त अधिकांश लोगों का ध्यान केवल अपने शारीरिक विश्राम पर होता है। जबकि हमें अपने शरीर के साथ ही अपने मन के आराम पर भी पूरा ध्यान देना चाहिए। इसलिए बिस्तर पर लेटने के बाद सबसे पहले अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।
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-जब आप सांसों पर ध्यान केंद्रित करना शुरू करेंगे तो सांसों को गहरा और लंबा रखने का प्रयास करें… आप इस प्रक्रिया को करके तो देखिए कुछ ही मिनट्स में आपको नींद आ जाएगी और सुबह जब आप जगेंगे तो अपने आपको प्रसन्न और ऊर्जावान अनुभव करेंगे।