भारतीय घरों में हर बीमारी का इलाज किचन में ही मिल जाता है। मेरे घर के गार्डन में एलोवेरा के पौधे हमेशा लगे रहते थे। क्योंकि एलोवेरा देखने में भले ही छोटा-सा पौधा हो, लेकिन इसके गुण जगजाहिर हैं।
इंटरनेट पर भी ज्यादातर लोग एलोवेरा के बारे में जानने के लिए
एलोवेरा के फायदे :
- सेहत के लिए
- स्किन के लिए
- हेयर केयर के लिए
- एलोवेरा जूस पीने का सही तरीका
- एलोवेरा के नुकसान
यही सर्च करते हैं।
इस आर्टिकल में मैं आपको 12 एलोवेरा के फायदों (Aloe Vera Benefits) के बारे में बताऊंगा। अगर आप रोज सिर्फ 30 ML एलोवेरा जूस पीते हैं तो आपको अपने रोजमर्रा के जीवन में भी कई बदलाव देखने को मिलेंगे।
वैसे, एलोवेरा को कई नामों से जाना जाता है। जैसे – हिंदी में घृतकुमारी, घी ग्वार, तेलुगु में कलाबंदा, तमिल में कतरलाई, मलयालम में कुमारी, कन्नड़ में लोलिसारा, मराठी में कोरफाड़ा और बंगाली में घृतकुमारी जबकि अंग्रेजी में इसे Aloe Vera लिखा जाता है।
एलोवेरा जूस के फायदे (Aloe Vera Juice Benefits)
एलोवेरा का जूस न्यूट्रीशन का खजाना है। शरीर के हर अंग के लिए पोषक तत्व एलोवेरा में मौजूद हैं। फिर बात चाहें सेहत, स्किन और बालों की ही हो। एलोवेरा में विटामिन, फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे कई पोषक तत्व मौजूद हैं।
एलोवेरा हमारे पेट, स्किन के अलावा डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों में भी फायदेमंद है। इसके अलावा आप ड्राई स्किन, सनबर्न और बालों की प्रॉब्लम्स में भी इसे इस्तेमाल कर सकते हैं।
एलोवेरा के फायदे (Benefits of Aloe Vera)
1. वज़न कम करने के लिए (Aloe Vera Juice For Weight Loss)
हमारे आसपास नज़र उठाकर देखिए। अपने वर्कप्लेस यहां तक कि कॉलेज में भी लोग आपको मोटापे से परेशान दिखेंगे। इन सारी मुसीबतों की वजह हमारी बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल और खाने की गलत आदतें हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, बिगड़ी लाइफस्टाइल के कारण ही हमारे देश की 5% से ज्यादा आबादी मोटापे का सामना कर रही है।
भारतीय हृदय संगठन (Indian Heart Association) जैसे संस्थान भारत में मोटापा को महामारी घोषित कर चुके हैं। ऐसे में अगर रोज एलोवेरा जूस को पिया जाए, तो हम आसानी से इस परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं। एलोवेरा एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, ये हमारे वज़न को घटाने में मददगार साबित होते हैं।
एक स्टडी के मुताबिक, एलोवेरा के सेवन से ज्यादा खाने से होने वाले मोटापे को कम करने में मदद मिलती है। ये हमारे शरीर में जमे हुए फैट को तेजी से बर्न करता है। इसके अलावा शरीर में फैट जमने की प्रक्रिया भी कम होने लगती है।एलोवेरा डाइबिटीज और मोटापे से परेशान लोगों के लिए भी फायदेमंद है।
2. बीमारियों से लड़ता है एलोवेरा (Aloe Vera For Disease Resistance)
अक्सर मौसम बदलने पर वायरल बुखार जैसी बीमारियां हमें जकड़ लेती हैं। ऐसे में एलोवेरा का सेवन हमें फायदा पहुंचा सकता है। एलोवरा के सेवन से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। एलोवरा से कोशिकाओं में नाइट्रिक ऑक्साइड और साइटोकिन्स का उत्पादन बढ़ जाता है। इससे हमारा शरीर बीमारियों से बेहतर तरीके से लड़ पाता है।
अन्य स्टडी के अनुसार, एलोवेरा हमारे शरीर में सेलुलर और ह्यूमोरल इम्यून के उत्पादन को प्रभावित करता है। जबकि, नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, एलोवेरा जेल से हमारी बीमारियों से लड़ने की क्षमता में इजाफा होता है।
3. पाचन क्रिया के लिए एलोवेरा (Aloe Vera For Digestion)
अगर आपका पेट ज्यादा तीखा और मिर्च-मसालेदार खाना खाकर खराब रहता है। इसके अलावा आपको एसिडटी और कब्ज़ जैसी समस्याएं भी रहती हैं तो आप एलोवेरा जूस का सेवन करें।
एलोवेरा जूस में लैक्सटिव (Laxative) पाया जाता है। ये हमारे पेट को स्वस्थ रखने में मदद करता है। एलोवरा हमारे पाचन तंत्र को भीतर से डिटॉक्स करता है। एलोवरा कब्ज़ और IBS (Irritable Bowel Syndrome) के अलावा पेट के अल्सर में भी फायदेमंद है।
ईरान में की गई स्टडी के मुताबिक, एलोवेरा का जूस हमें भीतर से डिटॉक्स करता है। इससे IBS के मरीजों में पेट दर्द और पेट फूलने जैसी समस्याओं में कमी आती है। इसके अलावा, कब्ज़ के इलाज में भी एलोवेरा का जेल बेहद फायदेमंद होता है।
वहीं भारत में की गई स्टडी से पता चलता है कि एलोवेरा पेप्टिर अल्सर में भी फायदेमंद है। यह एच. पाइलोरी (H. pylori) से निपटने में एंटी-बैक्टीरियल जैसा काम करता है।
वहीं, एक और भारतीय स्टडी से पता चलता है कि पेट से जुड़े रोगों में एलोवेरा के सेवन का कोई साइड इफैक्ट नहीं पाया गया है। हालांकि, अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis) की बीमारी में एलोवेरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
4. मानसिक स्वास्थ्य के लिए (Aloe Vera For Mental Health)
भारत दुनिया का दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश है। हमारे देश में हर दूसरा शख्स टेंशन और कई बार डिप्रेशन से जूझ रहा है। लेकिन इसके बावजूद मानसिक रोगों पर भारत का नज़रिया बेहतर नहीं है। ऐसे वक्त में हमें योग की भी उतनी ही जरूरत है जितनी भोजन की।
एक स्टडी के अनुसार, जिन लोगों ने अपने भोजन में एलोवेरा को शामिल किया था उनकी मेमोरी में सुधार आया था। इसके अलावा उनकी टेंशन में भी गिरावट आई थी। ये एलोवेरा में मौजूद सैक्राइडस (saccharides) की वजह से हुआ था।
5. सूजन में एलोवेरा के फायदे (Aloe Vera For Swelling)
हमारे शरीर में सूजन अक्सर ऑक्सीडेटिव नुकसान (oxidative damage) की वजह से होती है। इसके पीछे हमारे शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स भी जिम्मेदार होते हैं। फ्री रेडिकल्स अक्सर हमारी बॉडी सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं। एलोवेरा में काफी मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट होता है। ये एंटी-ऑक्सीडेंट सूजन को कम करने में मदद करते हैं। एलोवेरा का जूस पीने से शरीर की सूजन में कमी आती है।
6. गठिया में फायदेमंद है एलोवेरा (Aloe vera For Arthritis)
बढ़ती उम्र में हमारी हड्डियां कमज़ोर होने लगती हैं। हड्डियों की कमजोरी के कारण लोगों को जोड़ों में दर्द या गठिया की समस्या भी हो सकती है। एलोवेरा जोड़ों के दर्द में काफ़ी फायदेमंद होता है। एक अध्ययन के मुताबिक़, एलोवेरा ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) के इलाज में बेहद कारगर है।
हालांकि, ऑस्टियोआर्थराइटिस में एलोवेरा जूस के इस्तेमाल पर और अध्ययन करने की ज़रूरत है। लेकिन, ये बात साबित हो चुकी है कि एलोवेरा में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण के कारण इसका जूस हड्डियों के दर्द से राहत पहुंचाता है।
7. कोलेस्ट्रॉल फाइटर है एलोवेरा (Aloe Vera For Cholesterol)
शरीर में जमने वाला एक्स्ट्रा कोलेस्ट्रॉल ही मोटापे की मुख्य वजह है। एलोवेरा के सेवन से कोलेस्ट्रॉल की परेशानी से राहत मिलती है। कई स्टडी से पता चला है कि एलोवेरा हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है। इसलिए अगर रोज एलोवेरा का जूस पिया जाए तो कोलेस्ट्रॉल को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है।
8. स्वस्थ दिल के लिए एलोवेरा (Aloe Vera For Heart)
दिल की बीमारी अब दुनिया की समस्या बन गई हैं। जुलाई 2018 में प्रकाशित टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 26 साल में भारत में दिल की बीमारी से मरने वालों की संख्या में 34% की बढ़ोत्तरी हुई है। लेकिन अगर समय रहते आप इस पर ध्यान देते हैं तो इससे काफी हद तक बचा जा सकता है। एलोवेरा हमें दिल की बीमारी से बचने में काफ़ी हद तक मदद करता है।
भारतीय लैब में चूहे पर किए गए एक्सपेरिमेंट से पता चला है कि एलोवेरा दिल की समस्याओं, खासकर डॉक्सोरूबिसिन (Doxorubicin) के साइड इफैक्ट से हमें बचने में मदद करता है। एक अन्य स्टडी के मुताबिक, हाई ब्लड प्रेशर के जिन मरीजों ने 12 हफ्तों तक एलोवेरा का सेवन किया उनकी बीमारी में 15 प्रतिशत तक का सुधार पाया गया। एक दूसरी स्टडी से पता चलता है कि एलोवेरा हमारे दिल के लिए रक्षा कवच के तौर पर काम करता है।
वहीं एलोवेरा को बतौर सप्लीमेंट लेने पर डायबिटीज़ के मरीजों के ब्लड प्रेशर में गिरावट आती है। एक स्टडी बताती है कि एलोवेरा एथेरोस्क्लेरोसिस (atherosclerosis) की रोकथाम में भी असरदार है। एथेरोस्क्लेरोसिस में धमनियां सिकुड़ जाती हैं और शरीर में रक्त का दौड़ान कम हो जाता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
9. डायबिटीज़ में रामबाण है एलोवेरा (Aloe Vera For Diabetes)
डायबिटीज़ इन दिनों बेहद आम बीमारी हो गई है। किसी ज़माने में बुजुर्गों का रोग मानी जाने वाली ये बीमारी अब नवजात बच्चों तक को चपेट में लेने लगी है। डायबिटीज़ से बचने के लिए योग और खाने-पीने पर कंट्रोल रखना बहुत जरूरी है। डायबिटीज के मरीज अगर एलोवेरा जूस का सेवन करते हैं तो उन्हें काफी फायदा मिल सकता है।
एक स्टडी में पाया गया है कि रोज़ एलोवेरा का जूस पीने वाले टाइप 2 डायबिटीज़ के मरीज़ों के भी ब्लड शुगर में गिरावट आती है। इसके अलावा फाइटोथेरेपी रिसर्च में प्रकाशित एक स्टडी में इसकी पुष्टि की गई है । इसके अलावा, टाइप-1 डायबिटीज़ वाले मरीज़ भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
10. मुंह के स्वास्थ्य के लिए एलोवेरा (Aloe Vera For Oral Health)
मुंह में बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने में एलोवेरा बेहद कारगर साबित हुआ है। भारत में की गई एक रिसर्च से पता चला है कि दांतों के इलाज़ में भी एलोवेरा कारगर साबित हो सकता है। एलोवेरा को आप माउथ वॉश के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका कोई साइड इफ़ेक्ट भी नहीं पाया गया है।
एलोवेरा में जलन को रोकने वाले गुण होते हैं, जो गंदगी जमने के कारण मसूड़ों में आई सूजन को कम करने में मदद करता है। एलोवेरा में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण दांतों में सड़न पैदा करने वाले बैक्टीरिया को रोक सकते हैं। एलोवेरा का जूस पायरिया में भी मददगार साबित हो सकता है।
11. सर्दी-ज़ुकाम के लिए एलोवेरा (Aloe Vera: Home Remedy For Dry Cough)
सर्दी जुक़ाम होने पर आमतौर पर हम लोग कफ़ सीरप लेना बेहतर समझते हैं। लेकिन इससे सेहत पर कई खराब असर भी पड़ते हैं। इसलिए बेहतर है कि हम लोग अपनी बीमारी दूर करने के लिए प्रकृति का ही सहारा लें। सर्दी होने पर एलोवेरा जूस काफी फायदेमंद साबित होता है।
बदलते मौसम के कारण सूखी खांसी की समस्या होने पर एलोवेरा का उपयोग किया जा सकता है। आप एक गिलास एलोवेरा जूस में अगर एक या दो चम्मच शहद मिलाकर रख लें। इस मिश्रण को दिन में दो से तीन बार पिएं। सूखी खांसी जड़ से ठीक हो जाएगी।
12. कब्ज़ के लिए एलोवेरा (Aloe vera for constipation)
रोज बाहर का चटपटा और मिर्च-मसालेदार खाना खाने वालों को अक्सर पेट से जुड़ी बीमारियां जैसे कब्ज़ हो जाती हैं। कब्ज़ होने पर अगर एलोवेरा का जूस लिया जाए, तो इसके जबरदस्त फायदे मिलते देखे गए हैं। लेकिन एलोवेरा जूस का ज़रूरत से ज़्यादा सेवन कई बार नुकसानदेह भी साबित हो सकता है।
आयुर्वेद के मुताबिक, एक बार में एलोवेरा जेल की अधिकतम 30 ML मात्रा ही सेवन की जा सकती है। इसे दिन में अधिक से अधिक दो बार लिया जा सकता है। इससे ज्यादा सेवन करने पर ये आपकी हालत को खराब भी कर सकता है। इसलिए एलोवेरा का उपयोग सीमित मात्रा में ही करें। इस बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लेना भी जरूरी है।
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पुरुषों की कमजोरी मिटाने के देसी तरीके
मूसली काली और सफेद दो तरह की होती है। सफेद मूसली काली मूसली से अधिक गुणकारी होती है और वीर्य को गाढ़ा करने वाली होती है। मूसली का 3-3 ग्राम चूर्ण सुबह और शाम दूध के साथ लेने से वीर्य गाढ़ा होता है और शरीर में काम-उत्तेजना की वृद्धि होती है।
शरीर की शिथिलता को दूर करने के लिए Norogi Safed Musli Capsule बहुत ही कारगर होती है, इससे हर तरह की कमज़ोरी को दूर किया जा सकता है। इसलिए इसका इस्तेमाल बहुत सारी दवाइयों को बनाने के लिए भी किया जाता है। सफेद मूसली के सेवन से आपको कई सारे फायदे देखने को मिल सकते है।
पुरुषों के लिए सफेद मूसली बहुत ही लाभकारी होती है। नोरोगी सफेद मूसली कैप्सूल के सेवन से पुरुषों की शारीरिक कमज़ोरी दूर होती है। नोरोगी सफेद मूसली कैप्सूल को Chlorophytum (क्लोरोफ़ायटम) कहा जाता है। यह एक प्रकार का पौधा है, जिसके अंदर छोटे सफ़ेद फूल होते है। यह विशेष रूप से उन पुरुषों के लिए लाभदायक होती है जिनके वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या कम हो और कामेच्छा कम होती है।
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